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राहुल साहू बोरवेल प्रकरण की पुनरावृत्ति न हो प्रशासन ध्यान दे। मोपका में 6 खुले बोर, सीपत खमरिया में 9 खुले बोर चिल्हाटी में 7 खुले बोर, तखतपुर के ग्रामीण क्षेत्र में 12 खुले बोर, कोटा बेलगहना क्षेत्र में 11 खुले बोर दुर्घटना को आमंत्रण दे रहे हैं। नगर विधायक शैलेश पांडे सबसे पहले पहुंचे अपोलो : तपन गोस्वामी [ एडिटर इन चीफ ]

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बिलासपुर ( 15 जून 2022) [ तपन गोस्वामी द्वारा ] मालखरौदा ब्लॉक के ग्राम पीहरिद में दिनांक 10 जून दोपहर 2 बजे अपने ही घर के बोरवेल में 11 वर्षीय राहुल साहू की गिरने की जानकारी जैसे ही मिली पूरा प्रशासन हाई अलर्ट मोड पर आ गया। समाचार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पास पहुंची तो उन्होंने दिल्ली में ही बैठे-बैठे एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ की टीम को रेस्क्यू करने हेतु बहुत ही कम समय में घटनास्थल पहुंचने के लिए कहा। राहुल साहू को सुरक्षित निकालने के लिए जो साइड सुरंग खोदा गया था उसमें चट्टाने दिखी तब एनडीआरएफ ने सीमाओं में सुरंग खोदने में महारत हासिल करने वाले भारतीय सेना के जांबाज जवानों को बुलवाने के लिए कहा। 28 जवान बहुत ही कम समय में मालखरौदा ब्लॉक के पीहरिद गांव पहुंचकर उस सुरंग में उतर गए जहां पर चट्टाने एनडीआरएफ के जवानों का रास्ता रोके खड़ी थी। आज भारतीय सेना दुश्मन के छक्के छुड़ाने के लिए नहीं बल्कि एक बच्चे को बचाने के लिए अपनी सैनिक कौशल का उपयोग कर रही थी हमारी भारतीय सेना उन्नत टनेल टेक्निक का उपयोग करते हुए हैंड ड्रिलिंग से चट्टान को ध्वस्त करते हुए विगत 105 घंटे से भूखे प्यासे बैठे राहुल साहू तक अपना मजबूत और सुरक्षित हाथ बढ़ाकर कल रात 12 बजे उसे सुरक्षित निकाल लिया। इतने बड़े दुर्घटना के जिम्मेदार और कोई नहीं बल्कि बालक राहुल साहू के पिता रामकुमार साहू ही है जिन्होंने बंद बोरवेल को पाटने के बजाय उसे खुला छोड़ कर अपने ही बच्चे के लिए खतरा मोल ले लिया था। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जब राज्य की कमान संभाली तो उसी समय ग्राम वासियों के साथ ही प्रशासन को भी गांव में खुले एवं खतरनाक बोर को अविलंब बंद कराने के लिए कहा था। अब हम आपको बता दें की बिलासपुर शहर से लगे ग्रामीण क्षेत्रों में कितने खतरनाक खुले बोर हैं शहर से लगे मोपका एवं आसपास के घरों एवं खेतों में 6 खुले खतरनाक एवं अनुपयोगी बोर है। इसी तरह सीपत खमरिया में 9 खुले एवं खतरनाक बोर, ग्राम चिल्हाटी में 7 खतरनाक खुले बोर, तखतपुर ग्रामीण क्षेत्र में 12 खतरनाक खुले बोर, कोटा बेलगहना में 11 खतरनाक खुले बोर दुर्घटना को आमंत्रण दे रहे हैं। अभी तो मस्तूरी एवं मल्हार के ग्रामीण क्षेत्र की सर्वे बाकी है। और जितने भी ग्रामीण इन खतरनाक बोर को खुदवा कर रखे हैं वे सभी संपन्न है। कई बोर तो असफल होने के कारण वैसे ही खुले पड़े है। परंतु ग्रामीण इन खतरनाक बोरो को बंद कराने में कोई रुचि नहीं ले रहे हैं । हमने जो इन खतरनाक खुले बोर के आंकड़े पेश किए हैं वह हमारे न्यूज़ इन्वेस्टिगेशन टीम ने गांव का दौरा कर प्राप्त किया है। तखतपुर ग्रामीण क्षेत्र में कई ऐसे जगहों पर खतरनाक खुले बोर है जिसमें यदि कोई दुर्घटना हो जाए तो बचाव उपकरणों को घटनास्थल तक ले जाने के लिए 5,6 घरों की गिराना पड़ेगा। क्योंकि हमारी टीम ने यह पता लगाया की बोर करते समय ड्रिलिंग मशीन की हेवी इक्विपमेंट व्हेकिल ड्रिलिंग स्पॉट पर नहीं पहुंच पाई थी। तो ड्रिलिंग अत्याधुनिक वैक्यूम पाइप कंप्रेसर सिस्टम से करवाया गया था। पूरे क्षेत्र में फैले खतरनाक खुले बोर को बंद कराने की जिम्मेदारी सिर्फ ग्रामीणों की ही है। राहुल साहू जॉइंट रेस्क्यू सिस्टम से सुरक्षित निकल आया। राहुल साहू अपोलो अस्पताल स्वास्थ्य लाभ ले रहे है और चिकित्सकों के अनुसार उसके स्वास्थ्य में लगातार सुधार हो रहा है। आज अपोलो अस्पताल में सबसे पहले नगर विधायक शैलेश पांडे पहुंच कर राहुल की माता जी से मिलकर राहुल एवं परिवार के विषय में जानकारी प्राप्त की राहुल की मां ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं शासन प्रशासन का आभार माना। राहुल साहू ने विधायक शैलेश पांडे को देखकर मुस्कुराया। विधायक शैलेश पांडे ने अपोलो अस्पताल के चिकित्सकों से राहुल साहू के स्वास्थ्य की जानकारी ली। ( ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क )

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