पीयूष प्रजापति पुलिस के फर्जी नियुक्ति पत्र लेकर पहुंचे थे एसपी ऑफिस। धर दबोचे गए। पकड़े गए गिरोह के सदस्य। पार्षद रेणुका नागपुरे पहले भी बेरोजगारों से नौकरी के नाम से वसूले थे रकम। तपन गोस्वामी [ एडिटर इन चीफ ]
बिलासपुर ( 16 जून 2022 ) [ तपन गोस्वामी द्वारा ] सिविल लाइन पुलिस को कुछ दिन पूर्व ही यह भनक लगी थी कि शहर में एक ऐसा गिरोह काम कर रहा है जोकि पुलिस में नौकरी दिलाने के नाम से फर्जी नियुक्ति पत्र लेकर लाखों रुपए ले रहा है। पुलिस अपनी टीम इस गिरोह के पीछे लगाने ही वाली थी कि आज मामला खुल गया। आज दोपहर पीयूष प्रजापति नाम का एक युवक पुलिस नियुक्ति का फर्जी प्रमाण पत्र लेकर ज्वाइन करने एसपी ऑफिस पहुंचे थे। एसपी ऑफिस का स्टेनो नियुक्ति पत्र देखते ही तुरंत सिविल लाइन पुलिस को फोन लगाकर बुलवा लिया और फर्जी नियुक्ति पत्र के साथ आए प्रजापति को गिरफ्तार करवा दिया। सिविल लाइन पुलिस पीयूष को लेकर थाने पहुंची और पूछताछ शुरू किया तो उसने जो कुछ भी बताया वह काफी चौंकाने वाले थे। इस गिरोह के सदस्य पंकज शुक्ला खुद पुलिस का स्टाफ है और वर्तमान में पुलिस लाइन बिलासपुर में पदस्थ है पुलिस टीम पंकज शुक्ला को गिरफ्तार कर सिविल लाइन लाई तो पंकज शुक्ला ने गिरोह में नगर निगम बिलासपुर में पदस्थ और यदुनंदन नगर निवासी भोजराज नायडू का भी नाम बताएं पुलिस ने तुरंत गिरफ्तार की इसके पश्चात हेमू नगर के पार्षद रेणुका नागपुरे का नाम आया पुलिस टीम सभी को गिरफ्तार की उनके ही निशानदेही पर फर्जी नियुक्ति पत्र तैयार करने वाले स्कैनर, प्रिंटर एवं लैपटॉप के साथ ही 8 लाख रुपए नकद जप्त किया गया। हेमू नगर पार्षद रेणुका नागपुरे के खिलाफ पहले भी यह शिकायत आई थी कि वह सरकारी नौकरी लगाने के नाम से कई बेरोजगारों से रकम वसूला था। इन आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद और भी प्रकरण आने की संभावना है। ( ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क )