सरकंडा थाना क्षेत्र के गुलाब नगर में घटित राजेंद्र कश्यप के मौत का मर्डर एंगल स्पष्ट है। नाभि के नीचे गहरा जख्म सीन ऑफ क्राइम में ब्लड का हेवी लेयर। शक की सुई युवक गोलू एवं मृतक की पत्नी प्रेम प्यारी पर : तपन गोस्वामी [ एडिटर इन चीफ ]
बिलासपुर ( 26 जून 2022 ) [ तपन गोस्वामी एवं मो: तारिक द्वारा] विगत 24 जून 2022 को थाना सरकंडा क्षेत्र के गुलाब नगर में घटित राजेंद्र कश्यप के रहस्यमय मौत के मामले से धीरे धीरे पर्दा उठ रहा है। हमारी न्यूज़ इन्वेस्टिगेशन टीम ने आज गुलाब नगर में सीन ऑफ क्राइम का दौरा किया जोकि सरकंडा पुलिस द्वारा संरक्षित नहीं किया गया। वहां पर एक व्यक्ति ने सीन ऑफ क्राइम के कुछ महत्वपूर्ण फोटोग्राफ्स एवं वीडियोग्राफी किए जिसके फुटेज मेरे पास भी आए इसमें स्पष्ट रूप से दिख रहा है कि मृतक राजेंद्र कश्यप का फर्स्ट स्टैंडिंग पोजिशन पर हैंगिंग का इमेज है जिसमें दोनों पैर घर के फ्लोर से सटे हैं और दाहिने पैर के नीचे हैवी ब्लड के लेयर है। जोकि फांसी में संभव नहीं है। क्योंकि फांसी में कभी-कभी नाक से ब्लीडिंग होने की संभावना बनती है परंतु यह ब्लड राजेंद्र के नाभि के नीचे एक होल से निकला जो कि एक मेकेनिकल उंड दर्शाता है। अर्थात राजेंद्र कश्यप की मृत्यु के पहले का यह होल है और वही से हेवी ब्लीडिंग हुई जिसे बाद में साफ किया गया। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि सरकंडा पुलिस सीन ऑफ क्राइम के इन्वेस्टिगेशन के लिए फॉरेंसिक टीम को नहीं बुलाई। हमने इस संबंध में मोपका पुलिस चौकी में पदस्थ पुलिस स्टाफ अरुण कुमार मिश्रा से जानकारी चाही तो वे यह नहीं बता पाए कि इतने महत्वपूर्ण केस के लिए एफएसएल टीम को क्यों नहीं बुलाया गया ? श्री मिश्रा इस केस के इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर भी हैं। हमारे पास यह पुख्ता जानकारी है कि इससे पहले भी मृतक राजेंद्र कश्यप की पत्नी श्रीमती प्रेम प्यारी द्वारा कुछ भाड़े के गुंडों से अपने पति पर अटैक करवाया गया था गंभीर अवस्था में अस्पताल में भर्ती राजेंद्र कश्यप का ऑक्सीजन कनेक्ट पाइप को काट दिया गया था परंतु सही समय पर अस्पताल की नर्स की नजर पड़ गई जिससे राजेंद्र की जान बच गई। जानकारी के अनुसार मृतक राजेंद्र की पत्नी श्रीमती प्रेम प्यारी स्थानीय चिंगराजपारा में एक प्राइवेट स्कूल चलाती है जिसका नाम गुरुकुल है। इस स्कूल की देखभाल राजेंद्र कश्यप भी करते थे। श्रीमती प्रेम प्यारी के पीछे कोई ऐसा आदमी है जो उसे कमांड करते हुए राजेंद्र कश्यप पर लगातार क्रिमिनल अटैक करवा रहा है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि पुलिस को सीन ऑफ क्राइम से फांसी के फंदे का एक रेडिमेड एवं फ्रेश पैकेट मिला। इससे यह स्पष्ट हो रहा है की घटना को अंजाम देने वाले को इस पर शक था कि यदि हत्या के बाद राजेंद्र कश्यप को फांसी पर लटकाया गया और फंदा टूट गया तो तुरंत दूसरा फंदा कहां मिलेगा? इस कारण स्पेयर फंदा बनाकर रखा गया था जिसे पुलिस ने जप्त कर लिया। मृतक राजेंद्र कश्यप के नाभि के नीचे मिले होल के संबंध में निश्चित रूप से पीएम करने वाले डॉक्टर अपना स्पष्ट ओपिनियन देंगे और नाभि के नीचे चोट किए गए हथियार के संबंध में भी उल्लेख करेंगे और यह भी बताएंगे कि राजेंद्र कश्यप की मौत हैंगिंग है या बॉडी इंजुरी और ट्रायंगुलेशन है। परंतु मामला काफी संदेहास्पद है और शक की सुई मृतक की पत्नी श्रीमती प्रेम प्यारी और एक युवक गोलू पर आकर रुक रही है। ( ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क )