अब छत्तीसगढ़ में बीजेपी के कुछ पूर्व मंत्री, विधायक एवं रातों-रात करोड़पति बने कार्यकर्ताओं पर भी आई टी एवम ई डी की नजर। विपक्ष के आरोपों को गलत साबित करना चाहती है बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व : तपन गोस्वामी [एडिटर इन चीफ ]
बिलासपुर ( 14 अक्टूबर 2022 ) [ तपन गोस्वामी जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क ] वर्तमान में छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार है। और प्रतिदिन कभी आईटी एवं ईडी की रेड पढ़ रही है। आईएएस अधिकारी, पार्टी पदाधिकारी, कोयला दलाल एवं मनी लांड्रिंग करने वाले कारोबारियों पर ईडी सख्त है। इस रेड को कांग्रेस के नेताओं द्वारा बीजेपी की दमनात्मक कार्रवाई की संज्ञा दे रहे हैं। क्योंकि आईटी एवं ईडी रेड के समय लोकल पुलिस का सहयोग नहीं ले रही है। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए एवं किसी तरह की अनहोनी रोकने के लिए यह रेड टीम अपने साथ केंद्रीय सशस्त्र बल सीआरपीएफ एवम आइटीबीपी के जवान रखते हैं। इस कारण राज्य के किसी भी अधिकारी यहां तक की राज्य के पुलिस सुप्रीमो डीजीपी को भी यह पता नहीं रहता है आईटी एवं ई डी की रेड कहां पड़ने वाली है ? कॉन्ग्रेस इस रेड को राजनैतिक हथकंडे मानकर आरोपों की झड़ी लगा रही है। परंतु बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व को यह अच्छी तरह पता है कि यदि सिर्फ कांग्रेस के नेताओं और उनके वर्तमान सरकार मे कार्यरत नौकरशाहों और कांग्रेस से जुड़े कारोबारियों के यहां ही सिर्फ आईटी एवं ई डी की रेड पड़ेगी तो आम जनता में इसका गलत मैसेज जाएगा। छत्तीसगढ़ के आई टी एवं ई डी के पास एक ऐसी लिस्ट पहुंची है जिसमें राज्य में भारतीय जनता पार्टी के शासनकाल में मंत्रिमंडल में पदस्थ कुछ कैबिनेट मंत्री, कुछ राज्यमंत्री एवं उनके कार्यकाल में कार्यरत नौकरशाहों के काली कमाई के लेखा जोखा है। ई डी के पास एक ऐसी लिस्ट है जिसमें तत्कालीन बीजेपी सरकार में पदस्थ मंत्रियों के समर्थकों की है जो बिना कुछ काम किए या बिना किसी व्यवसाय के आज करोड़ों के मालिक हैं। ई डी के पास पहुंची लिस्ट का इन्वेस्टिगेशन शुरू है। जल्द ही रिपोर्ट तैयार कर आईटी एवं ई डी के अधिकारी केंद्रीय नेतृत्व को सौंपेंगे। (ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क)