बिलासपुर (19 जनवरी 2023 [तपन गोस्वामी द्वारा ] जरहाभाटा के सर्वधर्म मान्य पवित्र स्थल ड ल्ला इमामबाड़ा को अवैध रूप से कब्जा करने वाले और दिनांक 17 अक्टूबर 2022 को शहर के अति संवेदनशील स्थल पुराना कंपोजिट बिल्डिंग के रजिस्ट्री ऑफिस वाली गली में घातक हथियारों से लैस होकर पूरे मर्डर प्लानिंग के उद्देश्य से जरहाभाटा के पवित्र स्थल ड ल्ला इमामबाड़ा के वैधानिक सेवादार शेख मोहम्मद, शेख शहजादा, शेख खलील, शेख इब्राहिम, शेख जलील एवं शेख मकसूद पर प्राणघातक हमला कर फरार हो गए थे। कलेक्टर एवं एसपी ऑफिस के सामने दिनदहाड़े इस तरह की क्रिमिनल अटैक से आम जनता में भगदड़ मच गई थी। चाकू, राड, डंडा, हॉकी स्टिक एवं बुलेट के चेन का खुलकर प्रयोग हुआ। खतरनाक क्रिमिनल अटैक करने वाले 8 गुंडे क्रमशः शेख खलील, शेख इब्राहिम, शेख इमरान, शेख इरफान, शेख आमिल, शेख आदिल एवं शेख अब्बास सार्वजनिक एवं अतिसंवेदनशील सरकारी स्थल पर जमकर गुंडागर्दी की और फरार हो गए। घायल व्यक्ति जमीन पर ही कराह रहे थे। जरहाभाटा इमामबाड़ा के सभी वैधानिक सेवादार गंभीर रूप से घायल हो गए थे। सिविल लाइन थाने के पुलिस टीम पहुंची और स्थिति पर नियंत्रण कर घायलों को अस्पताल पहुंचाया। उसी दिन सिविल लाइन पुलिस गुंडागर्दी करने एवं प्राणघातक हमला करने वाले सभी आरोपियों के खिलाफ गैर जमानती धारा के साथ धारा 307 कायम किया। कुछ आरोपियों को गिरफ्तार किया गया परंतु अभी भी कुछ फरार है। इस पूरे प्रकरण का मास्टरमाइंड शेख आदिल ड ल्ला के खिलाफ भी गैर जमानती धाराओं के तहत अपराध पंजीबद्ध होने के बावजूद सिविल लाइन पुलिस इस खतरनाक आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर पा रही है। जबकि हम जानकारी के लिए बता दें कि खतरनाक अपराध करने के पश्चात शिक्षक का चोला ओढ़ने वाले शेख आदिल बोदरी के चीचिरदा मार्ग पर स्थित एलसीआईटी ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूट में बतौर शिक्षक पद पर कार्यरत है। और इस खतरनाक घटना को अंजाम देने के पश्चात भी वह प्रतिदिन एलसीआईटी बोदरी जा रहे हैं। जबकि गैर जमानती धाराओं के तहत पंजीबद्ध f.i.r. में शेख आदिल का नाम सातवें क्रम में है। (ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क )