सिम्स के पूर्व डीन डॉ तृप्ति नागरिया के नाम से 12 लाख की ठगी। ठग स्तुति जूलियस ने नौकरी के लिए डॉ नागरिया के नाम का किया उपयोग : तपन गोस्वामी [editor-in-chief ]
बिलासपुर (27 फरवरी 2023 )[तपन गोस्वामी द्वारा ] सिम्स बिलासपुर में एक बीडीएस ( डेंटल ) महिला डॉक्टर की नौकरी लगाने के नाम से शातिर ठग स्तुति जूलियस ने सिम्स के पूर्व डीन डॉ तृप्ति नागरिया के नाम का उपयोग करते हुए 12 लाख रुपए की ठगी कर दी। जानकारी के अनुसार गोंड पारा निवासी स्वाति साहू के पिताजी की गल्ले की दुकान है। स्वाति साहू एक निजी मेडिकल कॉलेज में बी डी एस (डेंटल ) की उपाधि हासिल की। परंतु उसे कोई अच्छी नौकरी नहीं मिली। प्राइवेट डेंटल क्लिनिक में वह प्राइवेट प्रैक्टिस कर रही थी। उनके किराने की दुकान में सरकंडा के गुरु बिहार में रहने वाली स्तुति जूलियस हमेशा से आया करती थी। बातों ही बातों में स्तुति को यह पता चल गया कि किराना व्यापारी की पुत्री बी डी एस ( डेंटल ) की है। परंतु उसकी कोई अच्छी नौकरी नहीं है। इस पर स्तुति ने स्वाति साहू को बताई की उनका सिम्स के डीन डॉ तृप्ति नागरिया से बहुत अच्छे संबंध है। और वह पैसे लेकर परमानेंट डॉक्टर की नियुक्ति कर सकती है। यह घटना सन 2021 की है। लेन-देन की बात हुई पहले तो स्तुति जूलियस में 5 लाख रुपए में नौकरी लगाने की बात कहीं। और स्वाति साहू ने उसका भुगतान भी कर दिया। परंतु काफी समय बीत जाने के बाद नौकरी नहीं लगी तो स्तुति जूलियस ने कॉन्फ्रेंस में लेकर किसी महिला से स्मृति साहू की बात कराई और कहीं कि यह सिम्स के डीन डॉ तृप्ति नागरिया है। और उन्होंने और 7 लाख रुपए की मांग की। तब नौकरी लग जाएगी। इस तरह स्मृति साहू ने और 7 लाख का इस तरह 12 लाख रुपए का भुगतान स्तुति जूलियस को कर दी। इस बीच कोविड-19 काल शुरू हुआ। इसके बाद स्मृति साहू ने नौकरी की बात की तो स्तुति जूलियस ने इधर उधर की बात करने लगी। स्मृति साहू एवं उसके पिता को यह एहसास हो गया कि वह ठगी की शिकार होकर एक बड़ी रकम गवा चुके हैं। रुपए वापस मांगने पर ठग स्तुति जूलियस रकम वापस करने से मना कर दी। बाध्य होकर स्मृति साहू थाना कोतवाली पहुंचकर स्तुति जूलियस के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई। सिटी कोतवाली पुलिस ने स्तुति जूलियस के खिलाफ भादवि की धारा 420 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर प्रकरण को जांच में लिया। (ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क )