7 दिन हो गए ईडी छ.ग. की जनता का मनोरंजन नहीं कर पाई है : जनता दुखी। अब कौन जाएगा आईएएस, आईपीएस, नेता या शराब लॉबी। जनता की नजर न्यूज़ पोर्टल पर : तपन गोस्वामी [editor-in-chief ]
बिलासपुर (31 मार्च 2023 ) [तपन गोस्वामी द्वारा ] राज्य के वरिष्ठ आईपीएस जी पी सिंह को जब राज्य की एसीबी टीम चंडीगढ़ से पकड़कर ले आई और उसके बाद न्यायिक हिरासत में सेंट्रल जेल रायपुर भेजा गया था तब से ऐसा लग रहा है कि सेंट्रल जेल रायपुर वीवीआइपी कैदियों के लिए पलके बिछाए बैठी हुई है। राजधानी के सेंट्रल जेल अब वीवीआइपी जेल के नाम से भी जाना जाने लगा है। 7 या 8 महीना पहले राज्य में प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारी अचानक सक्रिय हो कर धड़ाधड़ छापे मारी की और इस बार राज्य की बड़ी-बड़ी मछलियां ई डी के जाल में फस गई। राज्य के वरिष्ठ आईएएस समीर बिश्नोई, इसके बाद राज्य प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी श्रीमती सौम्या चौरसिया के साथ कुछ हाई प्रोफाइल कोयला दलाल जिनका कि राज्य में कभी तूती बोलती थी। एक टुकड़ा कोयला इनके इजाजत के बिना कोई बेच नहीं सकता था। जिनसे बात करने में आम जनता डरती थी इन्हे जब ईडी गिरफ्तार कर कोर्ट पहुंचाया और उसके बाद सेंट्रल जेल रायपुर भेजा गया। ई डी का यह स्टाइल आम जनता को बहुत भाया। जनता यह सोचने के लिए मजबूर हो गई कि वृद्धावस्था पेंशन, राशन दुकान में घंटों खड़े होकर सरकारी सहायता प्राप्त करने वाले गरीब जनता और उन्ही के पैसों पर ऐश करने वाले शासन की भ्रष्ट अधिकारियो के घर से निकलने वाले करोड़ों रुपए नकदी, वजनी सोने के गहने, सोने के बिस्किट, कीमती गाड़ियां, करोड़ों रुपए के जमीन के कागजात। आखिर राज्य की जनता यह सोचने पर मजबूर हो गई क्या यह क्या है? यहां अधिकारियों के वेतन से संभव नहीं है। तो ऐसे में देश का क्या हाल होगा? इन भ्रष्ट अधिकारियों के संरक्षण में पल रहे इन भ्रष्ट कोयला, जमीन, शराब दलालों के ठिकानो से भी नगदी एवं कीमती सामान बरामद हुए। मीडिया के माध्यम से जब जनता को यह पता चलता है कि राजधानी एवं आसपास के शहरों में ईडी का छापा पड़ा है तो उन्हें काफी खुशी होती है। और आम जनता चाहती है कि ईडी फिर किसी भ्रष्ट एवं जनता को खून चूसने वाले अधिकारी को पकड़े और जेल पहुंचाए। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारी भ्रष्ट अधिकारियों से सवाल नहीं पूछ रहे हैं। उनके पास जो भ्रष्ट अधिकारियों के पक्के लेखा-जोखा के कागजात हैं उनका सिर्फ कंफर्मेशन कर रहे है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इस बार ई डी की कार्रवाई फुलप्रूफ है। तभी जेल में बंद भूतपूर्व अधिकारियों की जमानत नहीं हो रही है। अभी पुनः राजधानी, न्याय धानी, उद्योग नगरी, कोयला नगरी में ईडी की छापेमारी चल रही है। वीडियो में समाचार आई की ई डी कुछ आई ए एस एवं कुछ आईपीएस, कुछ शराब ठेकेदारो को अपने ऑफिस बुलाई है। एक वरिष्ठ आईपीएस को भी ईडी ने बुलाया है फिर आम जनता के मध्य खुशी की लहर दौड़ गई। उस आईपीएस का एक रिश्तेदार बिलासपुर में भी है। जैसे ही ईडी के बुलाने की जानकारी उन्हें लगी वहां मायूसी छा गई। भ्रष्टाचार के आकंठ में डूबे अधिकारियों के सपने में ईडी के अधिकारी दिख रहे है। और जनता 24 घंटे न्यूज़ पोर्टल पर नजर बनाए हुए हैं। की ईडी किस भ्रष्टाचारी को कोर्ट लाकर जेल वारंट बनाकर जेल पहुंचा रही है। परंतु इतना जरूर है कि एक एक भ्रष्टाचारी जेल जा रहा है और आम जनता खुश हो रही है। (ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क )