एसईसीएल हेड ऑफिस बिलासपुर के कुछ भ्रष्ट अधिकारियों द्वारा गेवरा परियोजना में भूमि के बदले मन्नू लाल, तुषार मिश्रा, इंद्र भवन सिंह, हेमंत कुमार, हेमंत सिंह, मधु पढ़वारा, प्रमेंद्र कुमार के भूमि अधिग्रहण के फर्जी दस्तावेज बनाकर दी जा रही है सरकारी नौकरी : तपन गोस्वामी [ editor-in-chief ]
बिलासपुर (07 अप्रैल 2023) [तपन गोस्वामी द्वारा ] एसईसीएल उड़ीसा, बिहार, झारखंड, यूपी के युवकों के हुए फर्जी भर्ती के वजन से दबता जा रहा है । एसईसीएल में भर्ती की प्रक्रिया काफी समय से बंद है। परंतु इसके बावजूद प्रतिमाह बैक डोर एंट्री हो रही है। इससे एसईसीएल मुख्यालय के कुछ खास अधिकारियों की बेनामी संपत्तियों में काफी इजाफा हो रहा है। एसईसीएल मुख्यालय एवम फील्ड में एक अधिकारियों का गिरोह जोकि बिहार, झारखंड, यूपी सहित अन्य प्रांतों से आते हैं। उनका हमेशा से यह प्लानिंग रहती है कि किस तरह अपने प्रांतों के बेरोजगार युवकों को एसईसीएल के सरकारी नौकरी में लगाई जाए। पहले तो एसईसीएल में नियुक्ति के द्वार खुले हुए थे। शत प्रतिशत नियुक्ति अन्य प्रांतों की होती रही। कुछ नियुक्ति बिलासपुर के नेताओं एवं मंत्रियों के खासम खास की हो जाया करती थी। परंतु अब एसईसीएल के हसदो, झीमर, रामनगर, राजनगर, खोंगापानी, लेदरी, विश्रामपुर, चिरमिरी, कुरासिया के बड़े खदान बंद हो गए हैं। तो नियुक्ति पर भी इसका भारी असर पड़ा है। और अन्य प्रांतों के अधिकारियों के मंसूबे पर पानी फेर दिया। परंतु एसईसीएल का यह शातिर अधिकारियों के गैंग एक नया प्लान तैयार किया। और यह प्लान कोरबा के गेवरा, सुराकछार के परियोजनाओं के तहत आने वाले ग्राम के भू विस्थापितों पर एसईसीएल के भ्रष्ट अधिकारियों की नजर है। एसईसीएल में पदस्थ एक राजस्व अधिकारी जो बिहार के हैं उसने इस क्षेत्र में भ्रष्टाचार का कोहराम मचाया हुआ है। यही राजस्व अधिकारी को एसईसीएल के परियोजनाओं में आने वाले ग्रामों के भू विस्थापितों के नामितो की जानकारी एसईसीएल हेड ऑफिस में बैठे भ्रष्ट अधिकारियों को देता है। और ये अधिकारी स्थानीय पटवारियों से मिलकर खेल खेलता है। इसमें रातों रात फर्जी दस्तावेज बनाकर ये बिहार, झारखंड, यूपी के अपने चाहतों के नाम भू विस्थापितों की सूची में डाल देता है। जिससे इन बाहरी युवकों को आसानी से बिना इंटरव्यू दिए सरकारी नौकरी मिल जाती है। और कभी कभी नाम बदलकर भी नौकरी प्राप्त कर ली जाती है। हमारी न्यूज़ इन्वेस्टिगेशन टीम के हाथों एक लिस्ट लगी है जिसमें जमीन के बदले नौकरी देने की तैयारी है। परंतु इसमें खासियत यह है कि नौकरी प्राप्त करने वाले एक भी युवक छत्तीसगढ़ का नहीं है। जमीन किसी की नौकरी किसी को। एसईसीएल मुख्यालय में नौकरी के संबंध में एक फर्जी लिस्ट जमा हो चुकी है जिसमें मन्नू लाल, तुषार मिश्रा, इंद्र भवन सिंह, हेमंत कुमार, हेमंत सिंह, मधु पढ़वाड़ा, प्रवीण कुमार का नाम शामिल है। इस प्रकरण में जमीन किसी दूसरे के नाम है परंतु एसईसीएल के भ्रष्ट अधिकारी इनका नाम फर्जी रूप से जोड़कर नौकरी देने की व्यू रचना कर रहे हैं। ( ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क )