आईजी बी एन मीणा ने एक्स पुलिस इंस्पेक्टर अशोक पांडे की शिकायत को गंभीरता से लिया। एसईसीएल के कुछ पालतू गुंडे एवं फर्जी पुलिस बनकर एक्स इंस्पेक्टर श्री पांडे के सरकारी मकान 1 बी 19 का ताला तोड़कर की लूटपाट : तपन गोस्वामी [editor-in-chief ]
बिलासपुर (15 अप्रैल 2023 ) [तपन गोस्वामी द्वारा ] कोरबा जिले के पुलिस बल से रिटायर्ड हुए इंस्पेक्टर अशोक पांडे की स्थिति बहुत ही खराब है। जब वे पुलिस बल में थे तब उन्हें अपने अच्छे कार्यों के लिए कई प्रशस्ति पत्र भी मिले। परंतु यह प्रशस्ति पत्र न तो पुलिस के सामने काम आया और न गुंडों के सामने। एक्स पुलिस इंस्पेक्टर का सम्मान किसी ने भी नही किया। पुलिस इंस्पेक्टर पद से रिटायर्ड हुए अशोक पांडे कोरबा एसईसीएल के मकान क्रमांक 1बी /19 में रह रहे थे। उनका स्थाई आवास बिलासपुर में है। परंतु निरीक्षक पद पर रहते हुए उन्होंने जितने भी आपराधिक प्रकरणों की जांच एवं चालान न्यायालय में पेश किए एवं जिस भी प्रकरण में वे जांच अधिकारी थे उसके अदालती सम्मन प्रायः सप्ताह में 3 दिन श्री पांडे को तामील होता है और उसकी गवाही के लिए कोरबा न्यायालय जाना पड़ता है। और आज तक श्री पांडे का यह रिकॉर्ड रहा है कि वह समय पर कोर्ट पहुंचकर अपनी गवाही देते हैं। जिससे पक्षकारों को किसी भी तरह की परेशानी नहीं होती है। प्रकरण एक एक्स पुलिस इंस्पेक्टर का है जो कि न्यायालय की गवाही से जुड़ा है। इस कारण एसईसीएल कोरबा के तत्कालीन जीएम एवं पर्सनल मैनेजर ने एस ई सी एल कोरबा कॉलोनी में खाली पड़े मकान 1बी/19 अशोक पांडे को आवंटित कर दिया। इसी कॉलोनी के आसपास बहुत से खाली पड़े मकान है। जो कि असामाजिक तत्वों का अड्डा है। एसईसीएल के इन्ही खाली पड़े मकानों में जुआ सट्टे अब शराब का दौर चलता है । एसईसीएल के कॉलोनी में रहने वाले कर्मचारियों के परिवार वाले असामाजिक तत्वों के गतिविधियों से बहुत परेशान थे। परंतु जब से एक्स पुलिस इंस्पेक्टर अशोक पांडे इस कॉलोनी में आकर रहने लगे तो असामाजिक तत्वों का आतंक कम होने लगा। इनसे असामाजिक तत्व घबराने लगे थे। इन्होंने एक प्लानिंग के तहत एक्स पुलिस इंस्पेक्टर अशोक पांडे के उन दो व्यक्तियों को अपने साथ मिला लिया जिनके पास अशोक पांडे चाबी छोड़ते थे। जब-जब अशोक पांडे बिलासपुर आते थे तो वे राम कुमार दुबे एवं उमेश तिवारी के पास चाबी छोड़ते थे। कुछ दिनों की छुट्टी बिताने के बाद जब श्री पांडे कोरबा लौटे तो देखे कि उनके मकान का ताला टूटा हुआ है। और सामान का अता पता नहीं है। जब उन्होंने आसपास वालों से ताला टूटने की जानकारी मांगी तो उन्होंने कहा कि एसईसीएल के कुछ आदमी और मानिकपुर चौकी के कुछ आदमी आकर ताला तोड़कर उनका सामान निकलकर पूरा समान मानिकपुर चौकी में छोड़ दिए। एक्स पुलिस इंस्पेक्टर अशोक पांडे ने मानिकपुर चौकी जाकर जानकारी मांगी तो पुलिस वाले अपने ही रिटायर्ड सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर श्री पांडे को जानकारी देने से इनकार कर दिया। उन्होंने बाध्य होकर बिलासपुर रेंज के आई जी बी एन मीणा से मिलकर अपनी परेशानी बताई। श्री मीणा ने इनकी शिकायत को गंभीरता से लिया और जांच करने का आश्वासन दिया। हमने मानिकपुर चौकी से इस संबंध में जानकारी मांगी चौकी वाले ने बताया कि एक्स इंस्पेक्टर श्री पांडे के मकान खाली कराने में मानिकपुर चौकी का कोई भी स्टाफ नहीं गया था। इसका मतलब यह है कि एसईसीएल के कुछ पालतू गुंडे इस काम को अंजाम दिया। (ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क )