जमानत के तीसरे नंबर पर है जय नारायण त्रिपाठी। श्रमिक नेता शंकर गुहा नियोगी का मर्डर प्लान करने वाला जय नारायण त्रिपाठी का संजू त्रिपाठी मर्डर प्लान पुलिस के इन्वेस्टिगेशन को कमजोर किया : तपन गोस्वामी [editor-in-chief]
बिलासपुर ( 03 मई 2023 ) [तपन गोस्वामी द्वारा ] शहर का बहुचर्चित संजू त्रिपाठी मर्डर केस में मुख्य आरोपी कपिल त्रिपाठी की पत्नी श्रीमती सुमित्रा त्रिपाठी की भी जमानत हाईकोर्ट ने मंजूर कर ली। इसके पहले एक और आरोपी की जमानत हो चुकी है। 24 आरोपी 54 गवाह के साथ ही 1500 पेज का चालान दिनांक 17 मार्च 2023 को मान, अदालत प्रथम श्रेणी डॉ सुमित सोनी के यहां पेश किया गया। सभी आरोपियों के खिलाफ गंभीर एवं गैर जमानती धाराएं लगाई गई है। परंतु पुलिस के कमजोर इन्वेस्टिगेशन के कारण अब तक दो आरोपियों की जमानत हो चुकी है। और तीसरे नंबर पर जय नारायण त्रिपाठी है। संजू त्रिपाठी हत्या केस में पुलिस कपिल त्रिपाठी को मास्टरमाइंड मानकर चल रही थी। जबकि शहर के पुराने पत्रकार अपने रिपोर्टिंग के माध्यम से पुलिस को यह संदेश दे रहे थे कि जय नारायण त्रिपाठी शहर का पुराना हिस्ट्रीशीटर है। और वे छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा के संस्थापक एवं श्रमिक नेता शंकर गुहा नियोगी की हत्या के लिए गोरखपुर यूपी से शूटर पल्टन मल्लाह उर्फ रवि मल्लाह को बुलाकर अपने कुदुदंड स्थित मकान में रखा था। दिनांक 28 सितंबर सन 1991 को श्रमिक नेता शंकर गुहा नियोगी की भिलाई में हत्या करने बाद फरार होकर यही छुपा था। बाद में सीबीआई कुडुदंड से शूटर के एक साथी एवम जय नारायण त्रिपाठी को पकड़ा था। संजू त्रिपाठी हत्याकांड के बाद पुलिस जय नारायण त्रिपाठी को बहुत ही अधिक हल्के में ले लिया था। जिसके कारण आज तक शूटरों को पकड़ा नहीं जा सका। दिनांक 18 मार्च 2023 को पुलिस इस केस से संबंधित पप्पू दाढ़ी नामक एक व्यक्ति को यूपी से पकड़ कर लाई। फालतू बाद में पता चला कि वह शूटर नहीं है बल्कि घटना के समय अपनी कार को संजू त्रिपाठी के कार के सामने ब्लॉक किया था। इसके पहचान परेड में पप्पू दाढ़ी सभी आरोपियों को पहचानने से इंकार कर दिया। और यह है जय नारायण त्रिपाठी का फुलप्रूफ प्लान। अभी सभी शूटर फरार है न जाने उनकी गिरफ्तारी कब होगी? परंतु इतना जरूर है कि पुलिस के कमजोर इन्वेस्टिगेशन के कारण जो चार्जशीट पेश किया गया उसमें किसी के खिलाफ भी पुख्ता आरोप नहीं लगाएं गए। जिससे ट्रायल शुरू होने के पहले ही जमानते होने लगी। अबकी बार जय नारायण त्रिपाठी का नंबर है। अब तो मामला पुलिस के हाथों से निकलकर कोर्ट चली गई है। बाकी शूटर्स को पकड़ने पुलिस क्या रणनीति अपनाएगी यह तो आने वाला समय ही बताएगा : (ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेट वर्क )