एसईसीएल मुख्यालय द्वारा जारी प्रपत्र क्रमांक secl / bsp/ mp/hq /2023/477 Date 30.01.2023 से नौकरी के नाम से 25 लाख रुपए की ठगी की जानकारी। बिलासपुर की मंजुला सिंह नामक महिला का नाम आ रहा है : तपन गोस्वामी [editor in chief ]
बिलासपुर (23 जून 2023) [तपन गोस्वामी द्वारा ] एसईसीएल मुख्यालय के एक प्रपत्र क्रमांक SECL/ BSP/MP/HQ/2023/477 दिनाक 30.01.2023 के आधार पर बिलासपुर निवासी एक महिला मंजुला सिंह द्वारा चिरमिरी के मोहित पाल, श्रद्धा बाकरे। पोंड्री हील के सक्षम धुरी, विनीत वॉर्ड, नितिन कौशिक,। राजनगर कालरी से कुसुम सिंह से एसईसीएल में नौकरी दिलाने के नाम से कुल 25 लाख रुपए की ठगी करने की जानकारी आ रही है। इसमें से कुछ एसईसीएल कर्मी के आश्रित भी हैं। जानकारी प्राप्त होने पर हमने अपनी न्यूज़ इन्वेस्टिगेशन टीम को लगाया तो जानकारी प्राप्त हुई थी ठगी की शुरुआत एसईसीएल मुख्यालय बिलासपुर द्वारा जारी एक प्रपत्र है जो कि दिनांक 30 जनवरी 2023 को जारी किया गया था। और इसमें स्पष्ट रूप से लिखा है कि यह नई भर्ती है केवल मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के अभ्यार्थी ही आवेदन करें। एसईसीएल द्वारा जारी प्रपत्र की कॉपी हमारे पास है। इस प्रपत्र की कॉपी शहर की ठग मंजुला सिंह के पास कैसे पहुंची ? यह जांच के बाद ही पता चलेगा। परंतु इस पत्र के सहारे उक्त महिला बेरोजगार युवकों से 25 लाख रुपए की ठगी कर ली। ठगी के शिकार अभी काफी सहमे हुए हैं। क्योंकि उनकी नौकरी नहीं लगी है। और मंजुला सिंह नामक महिला ने इन्हे धमकी दे रखी है कि पुलिस को यदि शिकायत करोगे तो तुम्हारे पिता लोग भी फसेंगे क्योंकि सब एसईसीएल कर्मचारी हैं। इस कारण सब चुप्पी बनाए हुए हैं। मामले की जानकारी आई है उसके अनुसार बिलासपुर में रहने वाली मंजुला सिंह का संबंध एसईसीएल में किराए में चलने वाली कार के किसी ड्राइवर से है। और दोनों ने मिलकर योजना बनाई है। ड्राइवर की अच्छी खासी जान पहचान कालरी क्षेत्र जैसे कि चिरमिरी, रामनगर, राज नगर क्षेत्र में है। और एसईसीएल से जारी प्रपत्र की कॉपी मंजुला सिंह नामक महिला ने प्राप्त की। और ड्राइवर को भी उन्होंने कई कॉपी दी। एसईसीएल कोयला खान क्षेत्र में सरकारी नौकरी की आस लगाए युवा जाल में फंसते गए। मंजुला सिंह और ड्राइवर सभी कैंडिडेट को एक दिन एसईसीएल मुख्यालय के सामने बुलाकर बताई थी एसएससीएल के उच्च अधिकारियों से उनकी अच्छी पहचान है। मंजुला सिंह कई अधिकारियों से भी मिली इसके बाद बेरोजगार युवक इन्हें किस्तों में 25 लाख रुपए का भुगतान कर दिया। परंतु नौकरी नहीं लगी। ठगी के जाल में फंसे युवक जब नौकरी लगने की बात मंजुला सिंह एवं ड्राइवर को बताया तो उनका कहना था कि अभी ऑडिट चल रही है इस कारण मामला अटका है। जनवरी से जून आ गया परंतु नौकरी नहीं मिली। आज नहीं तो कल या ठगी का मामला पुलिस के पास जरूर पहुंचेगी। (ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क )