प्रदेश की नई सरकार भंग करेगी साधारण चोरी, कफ सिरप, मोटरसाइकिल पकड़ने वाले ए सी सी यू की भारी भरकम टीम की ब्रांच। प्रदेश में गुजरात मॉडल पर तैयार किया जाएगा प्रशिक्षित एवं डिग्री धारी स्पेशल क्राइम इन्वेस्टिगेटरों की टीम : तपन गोस्वामी [एडिटर इन चीफ ]
(24 दिसंबर 2023) [तपन गोस्वामी द्वारा ] प्रदेश में बढ़ते अपराध जैसे की हत्या, डकैती, अपहरण, लूटपाट, गैंग वार, कांट्रैक्ट किलर, नशीले वस्तुओं की रोक थाम, साइबर क्राइम को रोकने के लिए पूर्व के भूपेश सरकार ने क्राइम ब्रांच के तर्ज पर सभी जिलों के मुख्यालय में ए सी सी यू (एंटी क्राइम और साइबर यूनिट) का गठन किया था। जो कि जिला पुलिस अधीक्षक के नियंत्रण में अपना काम कर रहा था। परंतु कुछ माह बाद यह स्पष्ट होने लगा था की जो हश्र क्राइम ब्रांच का हुआ था वही हश्र ए सी सी यू का भी हुआ। क्राइम ब्रांच को कलंकित करने वाले पुलिस स्टाफ की एंट्री ए सी सी यू में हो गई। और फिर चलने लगा वसूली का महा अभियान। ए सी सी यू के स्टाफ की सर्वाधिक अवैध कमाई महादेव एप , आईपीएल की सट्टेबाजी और नशीली वस्तुओं में हुई। एक बार तो ए सी सी यू का एक स्टाफ आईपीएल के सट्टेबाजी में संलग्न बुकी से भारी भरकम रकम लेते पकड़े जाते परंतु वह बच गया परंतु उसका रकम का लेनदेन का वीडियो जमकर वायरल हुआ। परंतु बाद में उच्च अधिकारियों से वह सेटिंग कर बच गया। बिलासपुर के ए सी सी यू के टीम का भी यही हाल है। यहां भी ब्रांच की भारी भरकम टीम सिर्फ मोटरसाइकिल चोरी, सट्टा जुआ, साधारण चोरी तक सीमित रहकर ही समाचार पत्रों में अपना फोटो खिंचाने में अति उत्साहित रहते हैं। जबकि इस तरह के अपराध के अपराधियों को थाने के स्टाफ ही पकड़ते है। वर्तमान ए सी सी यू की टीम स्पेशल क्राइम इन्वेस्टीगेशन के नई तकनीक से पूरी तरह अनभिज्ञ है। ए सी सी यू बिलासपुर में साइबर एक्सपर्ट कहे जाने वाले एम एस सी भी नहीं है। मात्र साधारण ट्रेनिंग के बाद अपने आप को साइबर एक्सपर्ट बताने लगे। यहां के साइबर एक्सपर्ट मोबाइल कंपनियों के नोडल अधिकारियों द्वारा पुलिस को उपलब्ध कराने वाले डेटा को ही आधार मानकर इन्वेस्टिगेशन स्टार्ट करते हैं जिसमें वह सफल इस कारण से नहीं हो पा रहे हैं क्योंकि मोबाइल कंपनियों के नोडल अधिकारी कॉल डिटेल, लोकेशन, मोबाइल का टेक्निकल डाटा देने में भारी लापरवाही बरत रहे है। इस कारण साइबर क्राइम वाले मोबाइल में डिलीटेड मैसेज रिकॉवर्ड नहीं कर पा रहे हैं। जांजगीर चांपा की एक हाई प्रोफाइल दुष्कर्म के प्रकरण में ए सी सी यू के साइबर क्राइम एक्सपर्ट द्वारा दिए गए कमजोर रिपोर्ट के कारण ही दुष्कर्म के आरोपी को जमानत मिल गया। परंतु अब नई सरकार स्पेशल क्राइम इन्वेस्टीगेशन में कोई भी लापरवाही नहीं बरतेगी। और गुजरात की तरह एक स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम का गठन करेगी जिसमें एक्सपर्ट को ही रखा जाएगा और जो की इन्वेस्टीगेशन में पारंगत हो। (ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क )