*डॉ पूजा चौरसिया डेथ सस्पेंस: सीआईडी टीम को जानना है इन सवालों के जवाब: सुसाइड है तो या मर्डर है तो उसका मोटिव? स्ट्रगुलेटेड हैंगिंग या नॉर्मल हैंगिंग? सीन ऑफ क्राइम? हत्या के बाद क्या बॉडी का ट्रांसपोर्टेशन हुआ? : तपन गोस्वामी [एडिटर इन चीफ]*
बिलासपुर ( 03 अक्टूबर 2024) [तपन गोस्वामी द्वारा] शहर की बहुचर्चित डॉ पूजा चौरसिया के मौत पर अभी भी सस्पेंस कायम है। जिला चिकित्सालय में मेडिकल ऑफिसर के पद पर पदस्थ डॉ पूजा चौरसिया की लाश संदिग्ध परिस्थितियों में थाना सिरगिट्टी के बाबजी कॉलोनी के उनके सुने से मकान में पाई गई थी। मामला काफी संदेहास्पद है। पुलिस के अनुसार मामला सुसाइड का है। परंतु मृतका डॉ पूजा चौरसिया की मां ने सीधे-सीधे अपने बेटी का हत्या होना बताया। और इसके लिए अपने दामाद डॉ अनिकेत कौशिक को जिम्मेदार ठहराया। मृतका डॉ पूजा चौरसिया के पति डॉ अनिकेत कौशिक सिम्स मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर है। यह सेंसिटिव प्रकरण का इन्वेस्टिगेशन पुलिस के पास थी। पुलिस ने डॉ पूजा चौरसिया के बॉयफ्रेंड सूरज पांडे को हिरासत में लेकर उसके खिलाफ गैर इरादतन हत्या के तहत भादवि की धारा 304(A) लगाकर उसे जेल भेज दिया। उसकी दो बार जमानत निरस्त भी हो चुकी है। सूरज पांडे के गिरफ्तारी का कारण पुलिस के अनुसार घटनास्थल जहां डॉ पूजा चौरसिया की लाश पाई गई वहां सूरज पांडे की उपस्थिति थी। पुलिस का इन्वेस्टिगेशन जीरो रहने के साथ ही तथ्यों से काफी दूर रही। डॉ पूजा की मां ने हाई कोर्ट में पिटीशन लगाकर इसका प्रॉपर इन्वेस्टिगेशन प्रोफेशनल इन्वेस्टिगेटरों से करने का अनुरोध की थी। हाई कोर्ट ने 8 अगस्त 2024 को डॉ पूजा चौरसिया डेथ मिस्ट्री की जांच सीआईडी से करने का राज्य शासन को आदेश दिया। राज्य शासन ने टीम गठित कर वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मेघा टेंभनकर को टीम लीडर बनाया। सीआईडी टीम बिलासपुर पहुंचकर अपना इन्वेस्टिगेशन स्टार्ट किया और इस दौरान इस केस से रिलेटेड कई व्यक्तियों का कथन दर्ज किया। परंतु अभी तक टीम किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच पाई। इस प्रकरण में सीआईडी टीम को कुछ महत्वपूर्ण सवालों के जवाब निकालने हैं। यदि डॉ पूजा चौरसिया सुसाइड की है तो इसका कारण क्या है? क्योंकि पूजा चौरसिया एक अच्छे परिवार के साथ एक प्रतिष्ठित जॉब में थी। यदि उनका मर्डर हुआ है तो मर्डर मोटिव क्या है? बिलासपुर मेडिकल कॉलेज के फोरेंसिक विभाग इसमें कोई बेहतर काम नहीं कर पाई। इस कारण सीआईडी टीम को रायपुर मेडिकल कॉलेज के फोरेंसिक विभाग के प्रोफेसर से यह राय लेनी है कि क्या डॉ पूजा चौरसिया का हैंगिंग स्टीगुलेटेड हैंगिंग है? या नॉर्मल हैंगिंग? इस केस में सीआईडी टीम को वास्तविक सीन ऑफ क्राइम का पता लगाना है। और यह भी पता लगाना है की जिस तरह से डॉ पूजा के शरीर में ग्रेवियस इंज्यूरियस पाए गए हैं इससे यह संभव है कि डॉ पूजा की हत्या कहीं और हुई है और लाश का ट्रांसपोर्टेशन कर बाबजी कॉलोनी में लाकर उसे हैंगिंग के रूप में प्लांट किया गया। सीआईडी टीम बयान एवं कथन में अपना समय खराब कर रही है। पूरा मामला टेक्निकल इन्वेस्टिगेशन का है तो ऐसे में जरूरत पड़ने पर गुजरात मेडिकल कॉलेज के फोरेंसिक विभाग जो की देश में घटित कई अनसुलझे मामले को सुलझाए है उनकी सहायता लेने की जरूरत है। ( ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क)