*राजकिशोर नगर का विनोद पांडे फर्जी कंपनी WFT ट्रेड बनाकर लोगों से की 60करोड़ की ठगी। ठग विनोद पांडे का दोनों मोबा: 9926648644 एवं 7999340629 है 3 महीने से बंद। एसईसीएल के स्टाफ सहित कई व्यक्तियों ने लगाए करोड़ों रुपए। थाना सरकंडा में विनोद पांडे के खिलाफ हुई शिकायत : तपन गोस्वामी [एडिटर इन चीफ ]*
बिलासपुर (04 अक्टूबर 2024) [तपन गोस्वामी द्वारा] बिलासपुर पुलिस लाखों रुपए के ठगी करने वाले साइबर ठगो को देश के अन्य प्रांतों से पकड़ कर लाती है। परंतु शहर के राज किशोर नगर में रहकर लाखों नहीं कई करोड़ रुपए की ठगी करने वाले विनोद पांडे पर पुलिस की नजर अभी तक नहीं पड़ी है। राजकिशोर नगर के तुलसी आवास क्रमांक BSCL 0001767 में रहने वाले विनोद पांडे एवं उनकी पत्नी श्रीमती मनीषा पांडे ने मिलकर एक इन्वेस्टमेंट कंपनी बनाई जिसका नाम WFT ट्रेड रखा गया। इस कंपनी का प्रचार प्रसार में भी कई लाख रुपए खर्च किए गए। WFT ट्रेड कंपनी के मालिक विनोद पांडे ने लोगों से कहा कि हमारी इस कंपनी में इन्वेस्ट करने वाले को जबरदस्त मुनाफे के साथ ही रकम डबल करने के बाद ही रकम वापस करेगी। पहले पहले तो 5 हजार रुपए का इन्वेस्ट करने वाले को 10 हजार रुपए वापस हुए। परंतु इसके पश्चात 10 हजार रुपए इन्वेस्ट करने वाले व्यक्ति की रकम डबल होकर 20 हजार रुपए हो जाती थी। उसके मोबाइल में 20 हजार रुपए दिखता था परंतु यदि वह अपने रकम को विड्रॉल करना चाहता था तो वह नहीं होता था। पहले तो 40 इन्वेस्टर विनोद पांडे के ठगी के जाल में फंस गए। परंतु यह बात नए इन्वेस्टरों को पता नहीं था। एसईसीएल हेड ऑफिस बिलासपुर के कई अधिकारी एवं कर्मचारियों ने कई लाख रुपए इस लालच में विनोद पांडे की कंपनी WFT ट्रेड में इन्वेस्ट किया कि वह जल्द डबल रकम करके देगी। परंतु ऐसा नहीं हुआ। धीरे-धीरे ठगी की रकम 60 करोड़ के आंकड़े में पहुंच गई। अब जिन-जिन लोगों ने रकम फसाया है वे विनोद पांडे से पैसा वापस मांगने लगे तो वह अपना तुलसी आवास स्थित मकान में ताला बंद कर राजकिशोर नगर में रहने वाले एवं रेल डाक सेवा ( RMS) बिलासपुर से रिटायर्ड कर्मचारी श्री देवांगन जी के मकान में बतौर किराएदार बनकर रहने लगे। और अपने निजी मकान में ताला लगा दिया। रकम वापस मांगने वालों की भीड़ विनोद पांडे के द्वारा लिए गए किराए के मकान में लगने लगी। परंतु उनकी पत्नी सबको कह देती है कि विनोद पांडे यहां नहीं रहते। विनोद पांडे के कंपनी से ठगी की शिकार हुए व्यक्तियों ने थाना सरकंडा में इसकी शिकायत की। परंतु पुलिस का कहना है कि अभी जांच चल रही है। ठगी के शिकार भी व्यक्ति दर-दर भटकने को मजबूर है। (ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क)