*बिलासपुर के हिस्ट्रीशीटर, गुंडे बदमाश हो जाएं सावधान। या तो शहर छोड़ दे या फिर अपराधिक कृत्य। कभी भी रायपुर पुलिस के एनकाउंटर टीम की 9mm 1 पिस्टल चल सकती है बिलासपुर में भी। सेंट्रल जेल बिलासपुर से जमानत पर रिहा हुए हिस्ट्रीशिटरों पर है पुलिस की जासूसी नजर : तपन गोस्वामी [एडिटर इन चीफ ]*
1बिलासपुर (11नवंबर 2024) [तपन गोस्वामी द्वारा] छत्तीसगढ़ में सत्ता परिवर्तन होने के बाद अचानक अपराधों में काफी बढ़ोतरी होना दिख रहा था। छत्तीसगढ़ के रायपुर, भिलाई, दुर्ग, बिलासपुर, कोरबा, अंबिकापुर क्षेत्र में भी एकाएक अपराध बढ़ गए थे। बीजेपी सत्ता में आई, मंत्रिमंडल का गठन हुआ विष्णु देव साय प्रदेश के मुख्यमंत्री बने। और गृह मंत्रालय का प्रभार विजय शर्मा को सौंपा गया। परंतु बढ़ते अपराध के कारण मुख्यमंत्री विष्णु देव साय काफी चिंतित थे। परंतु मुख्यमंत्री की मानसिकता यह रही की अपराध एवं अपराधियों का दमन शार्टकट रास्ते से नहीं बल्कि इसका स्थाई समाधान के आधार पर ही हो। इस कारण मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में एक विशेष बैठक बुलाई गई जिसमें गृह मंत्री विजय शर्मा, पुलिस महानिदेशक, गृह सचिव सहित अन्य अधिकारी गण इस विशेष बैठक में शामिल हुए। इस पावरफुल बैठक में पूरे राज्य के हिस्ट्रीशीटरो, गुंडे बदमाशों की कुंडली निकलने का आदेश हुआ। राज्य की पुलिस टीम विभिन्न जिलों के जेलों में बंद खतरनाक अपराधियों के साथ ही जेल से जमानत पर छूटे हिस्ट्रीशीटर, खतरनाक गुंडे बदमाशों पर पुलिस नजर रखने लगी। इन अपराधि तत्वों के इनकम ऑफ सोर्स के तहत फाइनेंशियल इन्वेस्टिगेशन का काम भी शुरू किया गया। राजधानी पुलिस योजना बध्य तरीके से काम करते हुए हिस्ट्रीशीटरो एवं गुंडे बदमाशों के राइट हैंड कहे जाने वाले उनके सबसे अधिक विश्वस्त साथियों को फोड़ने का काम किया। जिससे इन हिस्ट्री शीटरो एवं गुंडों, बदमाशों के प्रत्येक गतिविधियों की जानकारी पुलिस के पास पहुंचे। और हुआ भी वही। इसका ताजा प्रमाण कुछ दिन पहले भिलाई के कुख्यात हिस्ट्री शीटर अमित जोश का सफल पुलिस एनकाउंटर है। पुलिस को अमित जोश के खासम खास से उसके गतिविधियों की जानकारी मिल रही थी। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने फाइनल कर दिया है कि गैंगवार, गुंडागर्दी करने वालों को पुलिस का एनकाउंटर टीम पिस्टल के बुलेट से मौत की नींद सुला देगी छत्तीसगढ़ की जनता को कुख्यात बदमाश अमित जोश के एनकाउंटर करने की स्टाइल बहुत पसंद आई। समाचार पत्रों एवं मीडिया में इस एनकाउंटर की न्यूज़ आई तो राज्य के अमन पसंद जनता खुशी से झूम उठे। अब बारी बिलासपुर के हिस्ट्रीशीटरो, गुंडे, बदमाशों की है। बिलासपुर पुलिस की जासूसी नजर जेल से जमानत पर छूटे गुंडे बदमाशों पर है। कभी भी राजधानी पुलिस की एनकाउंटर टीम की पिस्टल बिलासपुर के हिस्ट्री शीटरो, गुंडे बदमाशों पर आग उगल सकती है। ( ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क)