*बिलासपुर ड्रग क्वीन गोदावरी के बाद पुलिस की जासूसी नजर शहर के गांजा किंग हरीश साहू के करोड़ों की संपत्ति पर जानी जरूरी है। हरीश साहू के मोपका, चिल्हाटी, मस्तूरी, देवरी खुर्द, पचपेड़ी में है कई करोड़ की संपत्ति: तपन गोस्वामी [एडिटर इन चीफ ]*
बिलासपुर (08 जनवरी 2025) [तपन गोस्वामी द्वारा] शहर एवं आसपास के युवक युवतियों को नशे के जहरीले आग में झोंकने वाले शहर का ड्रग क्वीन गोदावरी जांगड़े को बिलासपुर पुलिस जिस प्रोफेशनल तरीके से पकड़ी है वह काबिले तारीफ है। कई सालों से ड्रग क्वीन गोदावरी जांगड़े कभी बिलासपुर, तो कभी रायपुर, कभी कोरबा, तो कभी जांजगीर चांपा में अपनी पहचान छुपा कर ड्रग के अवैध व्यापार में सक्रिय रही। इस ड्रग के कारोबारी का धंधा बिलासपुर सिविल लाइन क्षेत्र में सबसे अधिक रहा। और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है सिविल लाइन थाना के दो तत्कालीन थाना प्रभारी शनीप रात्रे एवं परिवेश तिवारी के कार्यकाल में ड्रग क्वीन गोदावरी जांगड़े का धंधा सबसे अधिक फला-फूला। इन दो थानेदारों को अच्छी तरह से पता था की उनके क्षेत्र में अवैध नशे का कारोबार कौन-कौन कर रहा है? परंतु अंडर हैंड डीलिंग के कारण इन दो थानेदारों के मुंह और हाथ बंधे रहते थे। यदि उच्च अधिकारियों के दबाव के कारण नशे के धंधा करने वाले की धर पकड़ भी होती तो गिरफ्तारी के बाद जो चालान पेशबी किया जाता था वह इतना कमजोर रहता था कि इन नशे के सौदागरों को आसानी से जमानत मिल जाती थी। ड्रग क्वीन गोदावरी जांगड़े के मिडिएटर थानों में काफी सक्रिय देखे जाते थे। जरहा भाटा का एक हिस्ट्री शीटर इस गोदावरी जांगड़े के साथ मिलकर युवाओं से पैसे लेकर उनको नशे का आदि बनाया। परंतु पुलिस अधीक्षक राजनेश सिंह के बिलासपुर में जॉइनिंग करने और उनके वर्किंग स्टाइल से बिलासपुर के हिस्ट्री शीटर, गुंडे बदमाश समझ गए थे कि यहां अब गुंडागर्दी छोड़कर गुपचुप और फल्ली ठेला लगाकर उसे बेचने में ही हमारी भलाई है। परंतु नशे के कारोबारीयो को यह समझ में ही नहीं आया की पुलिस अधीक्षक राजनेश सिंह नशे के कारोबारी के कमर तोड़ने के लिए एक फूल प्रूफ प्लान बना लिया है। और उसके तहत उन्होंने जो फील्डिंग लगाई थी उसमें जरहाभाटा के ड्रग क्वीन गोदावरी जांगड़े फंस गई। उसके गिरफ्तारी के साथ ही प्रदेश का पहला तस्कर एवं विदेशी मुद्रा हेर फेर एवं संपत्ति जप्त अधिनियम 1976 लग गया। और महिला की 35 लाख रुपए की संपत्ति जो कि नशे के व्यापार से कमाई थी जप्त कर लिया गया। अब पुलिस की जासूसी नजर शहर एवं अंचल के गांजा किंग हरीश साहू पर जानी जरूरीहै। जो की गांजा का एक बड़ा कारोबारी है। और कई बार उसकी गिरफ्तारी एवं भारी मात्रा में गांजे की बरामदगी भी हुई है। गांजा तस्कर हरीश साहू का मोपका, मस्तूरी, पचपेड़ी, देवरी खुर्द में कई करोड़ की संपत्ति है जो की गांजे के अवैध व्यापार से बनाई गई है। अब पुलिस गांजा तस्कर हरीश साहू पर भी सफेमा एक्ट के तहत उसकी गिरफ्तारी एवं संपत्ति जप्त करने की कार्रवाई कर सकती है। (ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क)