*एसपी राजनेश का पुलिस स्टाफ को कड़ा फरमान। गांजा तस्कर बचने न पाए। उनके अवैध संपत्ति जप्त करे। पुलिस को मिली बड़ी सफलता नेटवर्क फूटा। करोड़ों की संपत्ति जप्त। मोपका के गांजा तस्कर हरीश साहू पर भी है पुलिस की जासूसी नजर: तपन गोस्वामी [एडिटर इन चीफ ]*
बिलासपुर (17 जनवरी 2025) [तपन गोस्वामी द्वारा] बिलासपुर पुलिस अंचल के चिन्हांकित गांजा तस्करों एवं सफेद पोश गांजा तस्करों को किसी भी तरह की राहत देने के मूड में नहीं है। गांजा तस्करों के खिलाफ लगातार कार्रवाई जारी है और कार्रवाई तब तक जारी रहेगी जब तक की गांजा तस्कर यह अवैध कार्य को बंद कर दूसरा कोई मेहनत मजदूरी का काम शुरू न कर दे। एस पी राजनेश सिंह द्वारा बिलासपुर जिले का पुलिस अधीक्षक की दायित्व लेने के साथ ही शहर के साथ हीं जिले के हिस्ट्रीशीटरो, गुंडे बदमाशों की कुंडली निकालकर उन्हें उनके सही जगह अर्थात जेल पहुंचा दिया। एसपी राजनेश सिंह ने समाज के युवा वर्ग को नशे के आग में झोंकने वाले दरिंदों के खिलाफ जबरदस्त एक्शन प्लान बनाया और जिसके तहत आईडेंटिफाईड गांजा तस्कर एवं सफेद पोश गांजा तस्करो के शक्तिशाली नेटवर्क को ध्वस्त करने की रूपरेखा तैयार कर ली। जिसके तहत गांजा तस्करों को गिरफ्तार कर उनके अवैध संपत्तियों का पता लगाकर उनको ध्वस्त करने की कार्रवाई की गई। बिलासपुर पुलिस की जासूसी तंत्र जीआरपी में पदस्थ योगेश सोंधिया और रोहित द्विवेदी की पीछे लगी थी। और गांजा तस्करी के कनेक्शन के ट्रेस होते ही उन्हें गिरफ्तार किया गया और साथ ही इनके गांजे के अवैध व्यापार का नेटवर्क क्रेश हो गया। इसके साथ ही भारी मात्रा में गांजे की जप्ति के बाद जीआरपी में तैनात आरक्षक लक्षण गाइन, मन्नू प्रजापति, संतोष राठौर और सौरभ नागवंशी को गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार किए गए आरोपी जिनकी ड्यूटी ट्रेन में पेट्रोलिंग में लगती थी और अपने शासकीय काम के आड़ पर गांजा तस्करी का अवैध काम किया करते थे। सभी आरोपियों की करोड़ों की संपत्ति जप्त की। इस बड़े ऑपरेशन के साथ ही बिलासपुर पुलिस ने गांजा तस्करों को यह संदेश दे दिया कि अवैध धंधा छोड़ो या जेल में मरो। वैसे अभी बिलासपुर पुलिस की जासूसी नजर मोपका क्षेत्र के एक बड़े गांजा तस्कर हरीश साहू पर भी है। (ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नगर न्यूज़ नेटवर्क)