*मेरा बिलासपुर कलेक्टर, एस पी, एस डी एम, निगम आयुक्त, सरकंडा टी आई, मोपका चौकी प्रभारी कुछ नहीं बिगाड़ सकता। खतरनाक नक्सली क्षेत्र गढ़चिरौली में रहने वाले जगदीश मखीजा, उसके बिलासपुर रिश्तेदार परवेश मलघानी ने प्रशासन को दिया खुला चैलेंज। मोपका में चलाया जेसीबी मकान किया जमींदोज : तपन गोस्वामी [ एडिटर इन चीफ ]*
1 min readबिलासपुर (12 मार्च 2025) [तपन गोस्वामी द्वारा] मोपका क्षेत्र के विवेकानंद कॉलोनी में रहने वाले रिटायर्ड महिला रेल अधिकारी श्रीमती माया बनर्जी का परिवार पिछले 1 साल से आतंक के साए में जी रहा है। श्रीमती माया बनर्जी के पति जे सी बनर्जी की उम्र 83 वर्ष है। और वह चलने फिरने में पूरी तरह असमर्थ है। श्रीमती माया बनर्जी एवं उनके पति श्री बनर्जी के नाम से मोपका के विवेकानंद कॉलोनी में जमीन जायदाद है। परंतु उनके यहां ऐसा कोई भी नहीं है जो कि उनके जमीन जायदाद की देखरेख कर सके। और इसी का फायदा उठाकर महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में रहने वाले जगदीश मखीजा और बिलासपुर स्थित उनके रिश्तेदार परवेश मालघानी एवं उनकी माताजी श्रीमती आशा मलघानी द्वारा वृद्ध लाचार एवं बेवश बनर्जी परिवार पर आतंक कायम करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। इन सबका न तो प्रशासन से डर है और नहीं पुलिस से। जगदीश मखीजा, परवेश मालघानी द्वारा मोपका के विवेकानंद कॉलोनी में रहने वाले बनर्जी परिवार के जमीनों के फर्जी दस्तावेज मोपका के ही एक बदमाश एवं जालसाज द्वारा बनवाकर रकम का फर्जी ट्रांजैक्शन बता कर उसे पर बार-बार कब्जा करने का प्रयास कर रहा है। उनकी शिकायतें कलेक्टर बिलासपुर अवनीश शरण, पुलिस अधीक्षक राजनेश सिंह को की गई है। जिसकी जांच चल रही है। जब जगदीश मखीजा को उच्च अधिकारियों को की गई शिकायतों के विषय में पता चला तो उसने अपना आपा खो दिया। मखीजा ने अपने बिलासपुर स्थित रिश्तेदार परवेश मालघानी और उनकी मां आशा मालघानी के साथ ही कुछ मजदूरों को लेकर मोपका के विवेकानंद नगर कॉलोनी पहुंचकर श्रीमती माया बनर्जी के जमीन पर स्थित कार्यालय एवं अन्य निर्माण को अवैधानिक रूप से तोड़ना शुरू किया। इनके आतंक से परेशान होकर वृद्ध एवं बीमार श्रीमती माया बनर्जी किसी तरह पिछले सप्ताह पुलिस अधीक्षक राजनेश सिंह से अपनी व्यथा बता कर वापस घर लौटी। तो देखा कि परवेश मलघानी और उनकी मां आशा मलघानी जेसीबी मशीन लाकर जबरदस्ती मकान को तोड़ उन्हें धूल धूसरित कर दिया। पुनः श्रीमती माया बनर्जी पुलिस अधीक्षक राजनेश सिंह को फोन कर जे सी बी वाली बात बताई तो एस पी ने 112 की टीम को मोपका के विवेकानंद नगर कॉलोनी पहुंचने का आदेश दिया। और अवैध रूप से किए जा रहे तोड़फोड़ को रोका। दिनांक 10 मार्च 2025 को पुनः जगदीश मखीजा, परवेश मालघानी एवं आशा मालघानी मोपका के विवेकानंद नगर कॉलोनी में खड़े होकर खुले आम यह धमकी दे रहा था कि तुम लोग एस पी के पास गए तो हमारा क्या बिगाड़ लिया? आखिर हमने तो जेसीबी मशीन से सब तोड़फोड़ दिया। जगदीश मखीजा ने जोर-जोर से या बोल रहा था कि हम महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में रहते हैं। कई खतरनाक नक्सली हमारे दोस्त हैं। तभी तो प्रशासन के आंख के नीचे हमने जेसीबी चला दिया। अभी तो यह वाला तोड़ दिया कुछ दिन बाद तुम्हारा घर भी तोड़ देंगे। परवेश मालघानी ने जोर-जोर से चिल्लाकर यह कह रहा था कि हमें मकान तोड़ने या बनाने के लिए कोई परमिशन नहीं चाहिए। पुलिस एवं प्रशासन को हम अपनी जेब में रखते हैं। और सुन लो माया बनर्जी होली के बाद तुम और तुम्हारा पति जिस मकान में रह रहा है उस पर भी जेसीबी मशीन चलेगी। यदि तुम लोग नहीं मानोगे तो तुम लोगों की हत्या भी हो सकती है। पूरा बनर्जी परिवार इस समय आतंक और दहशत में जीने को मजबूरहै। हमारी न्यूज़ इन्वेस्टिगेशन टीम ने स्थल का दौरा कर बताया कि मामला काफी संगीन है। जिस तरह से बिना निगम एवं प्रशासन की अनुमति के किसी का मकान जेसीबी मशीन द्वारा प्राइवेट व्यक्ति द्वारा जिस दुसाहस से तोड़ा गया है उससे यह स्पष्ट हो रहा है कि भविष्य में यहां पर कोई गंभीर वारदात होने की पूर्ण संभावना है। यहां पर पुलिस एवं प्रशासन की त्वरित कार्रवाई की आवश्यकता। (ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क)