बिलासपुर पुलिस हाई प्रोफाइल पॉलिटिकल गुंडों के खिलाफ आखिर क्यों नहीं कर रही कड़ी कार्रवाई? ऋषभ पानी कर को पकड़ने पुलिस इतना सक्रिय क्यों हुई थी ? तपन गोस्वामी [एडिटर इन चीफ ]
बिलासपुर (6 अक्टूबर 2022 ) [तपन गोस्वामी जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क ] पुलिस के उच्च अधिकारी आए दिन क्राइम मीटिंग कर शहर में लगातार बढ़ रहे गंभीर अपराधों को रोकने के लिए अपने एडि एसपी, सीएसपी, सभी थानेदारों एवं स्पेशल इन्वेस्टिगेशन यूनिट को शहर एवं आसपास के अपराधियों के खिलाफ कड़े कदम उठाने के लिए कह रहे हैं । परंतु शहर के थानेदारों को यह अच्छी तरह से पता है कि शहर में कौन-कौन पॉलिटिकल गुंडे आतंक फैला रहे हैं। यह पॉलिटिकल गुंडे तो कभी जरहाभाटा मंदिर चौक के तो कभी तालापारा मगरपारा तो कभी सरकंडा क्षेत्र के होते हैं। जिनके खिलाफ शहर के सभी थानों के रोज नामचे रजिस्टर इन पॉलिटिकल गुंडों के क्रियाकलापों से भरे पड़े हैं। परंतु पुलिस इन गुंडों के अपराधिक क्रियाकलापों को रोज नामचे रजिस्टर में लॉक कर देते हैं। और पुलिस जांच के नाम से पेंडिंग रखकर एफ आई आर दर्ज नहीं कर रही है। कुछ तो पॉलिटिकल गुंडे हत्या जैसे वारदात को अंजाम देने के बाद भी पुलिस के नाक के नीचे आराम से घूम रहे है। तालापारा नवीन महादेव हत्याकांड का मुख्य आरोपी एक राजनीतिक पार्टी से संबंध रखता है इस कारण पुलिस के हाथ पाव उसे पकड़ने में कांप रहे हैं। कुछ दिन पहले बिल्हा ब्लॉक कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष चांटी डीह निवासी रजब अली ने आत्महत्या कर ली। आत्महत्या का कारण एक राजनीतिक पार्टी के दो गुंडे टाइप कार्यकर्ता द्वारा रजब अली की जमीन को कब्जा करना बताया। परंतु पुलिस का कहना है कि सुसाइडल नोट में इन दो तथाकथित नेताओं का नाम नहीं है। इस कारण इन नेताओं के खिलाफ कार्यवाही नहीं हो सकती। परंतु मृतक रजब अली का परिवार चीख चीख कर इन दो तथाकथित नेताओं को रजब अली के मौत का जिम्मेदार ठहराया। और मृतक रजब अली का परिवार का आरोप झूठा इसीलिए नहीं हो सकता क्योंकि उन्हें पता है कि वह जिन पर आरोप लगा रहे हैं उनको तगड़ा राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है। बिलासपुर पुलिस की वर्तमान स्ट्रेटजी सामान्य जनता के समझ से परे है। कुछ दिन पहले शहर के प्रभावशाली व्यक्ति द्वारा दयालबंद के पानी कर परिवार की जमीन पर कब्जा कर लिया क्या। इसका विरोध पानी कर परिवार के सदस्य ऋषभ पानीकर द्वारा किया गया। परंतु पुलिस पानी कर परिवार की बात को न सुनकर शहर के इस प्रभावशाली व्यक्ति की बात सुनी और ऋषभ पानी कर के खिलाफ गंभीर अपराध दर्ज कर दिए। इसके बाद ऋषभ फरार हो गया। परंतु पुलिस शहर का सारा काम धाम छोड़कर ऋषभ पानी कर को खोजने आधे हिंदुस्तान का चक्कर लगा लिया। बाद में ऋषभ मिल गया और उसे गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया। बिलासपुर पुलिस यदि शहर के पॉलिटिकल खतरनाक गुंडों को पकड़ने में ऋषभ पानीकर गिरफ्तारी सिस्टम अपनाए तो सभी गुंडे बदमाश जेल में रहेंगे और शहर की अमन पसंद जनता अपने आप को काफी सुरक्षित महसूस करेंगे। ( ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क )