पत्रकार नीरज शुक्ला (अप्पू ) पर क्रिमिनल अटैक कहीं घात लगाकर हमले की साजिश तो नहीं ? आईजी श्री डांगी को पत्रकारों ने सौंपा ज्ञापन। क्राइम सीन पर जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क की टीम: तपन गोस्वामी [editor-in-chief ]
बिलासपुर (18 नवंबर 2022 ) [तपन गोस्वामी द्वारा ] अब शहर में अपराधियों के खिलाफ पत्रकारों द्वारा लिखना घातक होता जा रहा है। पिछले कुछ वर्षों में पत्रकारों पर लगातार हमले हो रहे हैं। कुछ साल पहले सरकंडा क्षेत्र के एक पत्रकार को अपराधियों एवं जमीन माफियाओं के खिलाफ लिखना भारी पड़ गया था। और उन्हें उसकी कीमत जान गवा कर देनी पड़ी। अपराधियों के खिलाफ लिखने पर शहर के पत्रकारों को प्रतिदिन प्रताड़ना एवं धमकी मिलती रहती है। और रात के अंधेरे में पत्रकारों पर घात लगा कर हमले भी किए जा रहे हैं। अपराधियों का नेटवर्क इतना जबरदस्त है कि थाना पुलिस से लेकर अस्पताल और फिर एमएलसी करने वाले डॉक्टर प्रेसर में रहते हैं। और जब गुंडों से मामला नहीं संभलता तो इनके आका जो कोई नेता या नेता के चमचे हैं वे इधर-उधर फोन कर गुंडों को बचाने का प्रयास करते हैं। गुंडों द्वारा किए गए क्रिमिनल अटैक से घायल हुए व्यक्ति जब हॉस्पिटल में पहुंचता है तो एमएलसी करने वाले डॉक्टर पूरी तरह इन गुंडों या इनके आकाओं के रेंज में रहता है। शरीर में लगे गंभीर चोट का आकलन कम करना, घातक जख्मों को साधारण लिखना यह सब शहर के गैंगस्टरो की इंटरनल सेटिंग है। इसी तरह की घटना शहर के एक युवा एवं तेजतर्रार पत्रकार नीरज शुक्ला (अप्पू ) के साथ दिनांक 15 नवंबर देर रात को घटित हुई। पत्रकार नीरज शुक्ला अपना कामकाज निपटा कर देर रात सरकंडा के अशोक नगर स्थित अपने निवास जा रहे थे। इनके निवास के एंट्री प्वाइंट में एक गली है और गली के ठीक मोहाने पर रिद्धि लेडीज टेलर के नाम से एक दुकान है। देर रात होने के कारण यह लेडीस टेलर की दुकान बंद थी। पत्रकार नीरज शुक्ला ने देखा कि दुकान के सामने अंधेरे में कुछ व्यक्ति बैठे हैं। नीरज शुक्ला इस दिन प्लेजर स्कूटी में थे। पत्रकार नीरज शुक्ला को देखते ही अंधेरे में बैठे व्यक्ति एक्शन में आए और उसे घेर लिया। पत्रकार नीरज शुक्ला को यह आभास हो चुका था कि यह अपराधी है क्योंकि दो व्यक्तियों के हाथ में चाकू था। और पत्रकार नीरज शुक्ला इन अपराधियों के स्ट्रैपिंग एंगल पर आ गए थे। पत्रकार नीरज शुक्ला को लगा कि वह यदि इनसे बचकर नहीं भागेगा तो अपराधी उस पर ताबड़तोड़ हमला करेगा जिससे उसकी जान भी जा सकती है। थोड़ा मौका पाकर पत्रकार नीरज शुक्ला भाग खड़े हुए और वह दौड़ लगाकर अशोकनगर की चढ़ाई पर पहुंचकर सुरक्षित जगह पर शरण ले ली। अपराधी चाकू लेकर काफी देर तक पत्रकार अप्पू शुक्ला को खोजें परंतु वह मिल नहीं पाया। अशोकनगर की चढ़ाई से जब पत्रकार नीरज शुक्ला वापस लौटा तो पाया कि उसकी स्कूटी लेडीज टेलर के बगल वाले नाले में लुढ़की पड़ी है। और यह काम इन अपराधियों का ही था। पत्रकार नीरज शुक्ला तुरंत थाना सरकंडा को फोन किया। कुछ ही देर में पुलिस पेट्रोलिंग पहुंचे। पुलिस जवानों ने ही अप्पू शुक्ला के स्कूटी को नाले से बाहर निकाला। आज हमारी न्यूज़ इन्वेस्टिगेशन टीम क्राइम सीन पर पहुंचकर पत्रकार नीरज शुक्ला से घटना के संबंध में बातचीत की। इस घटना से उद्वेलित होकर पत्रकार गण एवं कई पत्रकार संगठन के पदाधिकारी गण बिलासपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक रतनलाल डांगी से मुलाकात की और उन्हें ज्ञापन सौंपा। श्री डांगी ने पत्रकार नीरज शुक्ला से घटना के संबंध में पूरी जानकारी ली। और इस घटना से संबंधित अपराधियों के संबंध में भी जानकारी प्राप्त की। तो पता चला कि पत्रकार नीरज शुक्ला कुछ दिनों से जुआ, सट्टा और सरकंडा के एक कबाड़ी के अवैध क्रियाकलाप के संबंध में समाचार प्रकाशित किया था। और हो सकता कि यही अटैकिंग मोटिव हो। आईजी श्री डांगी ने आज पत्रकारों को जल्द से जल्द अपराधियों के पकड़ने का आश्वासन दिया। (ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क )