कर्नाटक पुलिस का सरकंडा पुलिस के सामने भयानक गुंडागर्दी। कर्नाटक पुलिस इंद्रजीत दास गुप्ता को एक पुराने केस में बच्चों के साथ घसीटते ले गए। कर्नाटक पुलिस अपने साथ 2 गुंडों को भी लाई थी। रास्ते में इंद्रजीत के साथ हादसे की संभावना : तपन गोस्वामी [editor-in-chief ]
बिलासपुर (17 मार्च 2023 ) [ तपन गोस्वामी द्वारा ] आज दोपहर थाना सरकंडा में उस समय भगदड़ की स्थिति निर्मित हो गई जब सिविल ड्रेस में करीब पांच व्यक्ति कार से उतरे वह एक युवक को पकड़े हुए थे। साथ में दो महिला भी थी । जिस युवक को सिविल ड्रेस वाले पकड़ कर लाए थे वास्तव में वह राजकिशोर नगर में रहने वाले एक एसएससीएल के रिटायर्ड कर्मी के पुत्र हैं मामला फैमिली कोर्ट से संबंधित है। कर्नाटक के गंधरा दास अपार्टमेंट थाना कालाबुरागी में रहने वाली चपरिता कौर सलूजा का प्रेम विवाह बिलासपुर के इंद्रजीत दास गुप्ता से हुआ था। ये दोनों साथ ही पढ़ते थे । इनके तीन बच्चे हैं चपरित कौर सलूजा के पिता अपने दामाद के साथ अमानुषिक व्यवहार करते थे। गुंडों से मारपीट भी करवाते थे। बीच में एक ऐसी स्थिति आई की इंद्रजीत गुप्ता की पत्नी अपने पति और 3 बच्चों को बिलासपुर छोड़कर कर्नाटक चली गई इंद्रजीत दासगुप्ता काफी वर्षों तक अपने दूध मूहे बच्चों को पालन पोषण करते आ रहे हैं। इस बीच इंद्रजीत की पत्नी कर्नाटक चली गई और वहां के थाना कालाबुरागी में अपने पति इंद्रजीत दास गुप्ता के खिलाफ भा द बी की धारा 355, 504, 506, 284, 307, 109 के तहत अपराध पंजीबद्ध करा दिया। प्रकरण एक साल पुराना है। इसके पहले भी श्रीमती चपरिता कौर सलूजा अपने पति के खिलाफ 498 A ,323,324 एवं 354 के तहत अपराध पंजीबद्ध करा चुकी थी। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि जिस गैर जमानती धाराओं के तहत अपराध पंजीबद्ध हुआ उसका बयान भी अभी तक नहीं हुआ और बाकी धाराओं के लिए वह नियमित रूप से कोर्ट पेशी में हाजिर होते आ रहा है। हमें यह भी जानकारी प्राप्त हुई है की कर्नाटक से सिर्फ तीन ही पुलिस स्टाफ आए थे जिसमें एक महिला स्टाफ थी। बाकी कर्नाटक के छठे हुए गुंडे को कर्नाटक पुलिस अपने साथ लाई थी। जोकि सरकंडा थाने में ही इंद्रजीत दास गुप्ता के साथ मारपीट कर रहे थे। ( थाने में इंद्रजीत दास गुप्ता के साथ की गई मार पीट की वीडियो रिकॉर्डिंग हमारे पास सुरक्षित है ) कर्नाटक पुलिस बिलासपुर कोर्ट में ट्रांजिट रिमांड के लिए आवेदन किया था और उसने भी काफी अनियमितता बरती गई जबकि कोर्ट में ट्रांजिट रिमांड के लिए एस आई रैंक के अधिकारी का होना आवश्यक है । परंतु आज के केस में कोर्ट से ट्रांसिट रिमांड लेने वाला कांस्टेबल रैंक का स्टाफ था । इंद्रजीत दास गुप्ता के परिजन काफी परेशान हैं। जिस तरह सरकंडा पुलिस के सामने ही कर्नाटक पुलिस एवं उसके साथ आए गुंडे उसके साथ मारपीट कर रहे थे। कर्नाटक पहुंचते-पहुंचते क्या स्थिति होगी इस पर काफी संदेह बरकरार है। (ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क )