प्रीति भारद्वाज डेथ मिस्ट्री? डैटम टेस्ट पर टिकी है हत्या या आत्महत्या की कहानी। बिलासपुर के कोचिंग सेंटर प्रति माह दे रहा है दो मौतों का उपहार : तपन गोस्वामी [editor-in-chief ]
बिलासपुर (09 अप्रैल 2023) [तपन गोस्वामी द्वारा ] शहर के कोचिंग सेंटरो में बाहर से आकर यहां पढ़ने वाले युवतियों के मौत का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। और पुलिस इस ओर सोचने के लिए अधिक गंभीर नहीं है। पूर्व में बालोद से यहां आकर पीएससी की कोचिंग करने वाली 23 वर्षीय नेहा देशमुख ने कुछ माह पहले अपने ही कमरे में फांसी लगाकर जान दे दी थी। कारण कोचिंग प्रबंधकों द्वारा प्रताड़ना करने की बात सामने आई थी। यदुनंदन नगर के 17 वर्षीय कोचिंग छात्रा आलिया खान की हत्या भी एक कोचिंग छात्र द्वारा कर दिया गया था। इसी तरह भिलाई से यहां आकर कोचिंग कर रही प्रियंका सिंह की भी उसके बॉयफ्रेंड द्वारा वीभत्स रूप से हत्या कर कार की डिक्की में डालकर सिंधी कॉलोनी में रख दिया था। पुलिस इस हत्या के आरोप में सिंधी कॉलोनी निवासी आशीष साहू को गिरफ्तार किया था। इस तरह बाहर से यहां आकर पढ़ने वाले कोचिंग स्टूडेंट युवतियों की संदेहास्पद मृत्यु का ग्राफ बढ़ता ही जा रहा है। इसी तरह आज प्रातः रतनपुर के खुटाघाट डैम में एक युवती की तैरती हुई लाश पाई गई। रतनपुर पुलिस एक ग्रामीण की जानकारी पर डैम क्षेत्र में पहुंची। काफी मशक्कत के बाद गोताखोरों एवं नौका के सहारे इस मृत युवती को निकाला गया। रतनपुर पुलिस युवती की पहचान 23 वर्षीय प्रीति भारद्वाज के रूप में की। इनके पिता एसके भारद्वाज अकलतरा के गोपालगंज निवासी है। और युवती प्रीति भारद्वाज स्थानीय करबला चौक में एक किराए के मकान में रहकर रेगुलर एमएससी के साथ ही प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए कोचिंग सेंटर में पढ़ रहे थे । रतनपुर पुलिस के अनुसार यह युवती विगत 6 अप्रैल 2023 से लापता थी। उसी दिन प्रीति ने अपने पिता को एक मैसेज भेजा था। जिसमें कोचिंग सेंटर से किसी तरह की परेशानी बता कर मोबाइल ऑफ कर दिया। प्रीति के परिजन काफी परेशान थे। और वे बिलासपुर आकर पुलिस में सारी बात बताई। बिलासपुर पुलिस ने गुमशुदगी की एक रिपोर्ट दर्ज कर ली। पुलिस साइबर सेल में लापता हुए युवती प्रीति भारद्वाज के मोबाइल कॉल का लोकेशन निकाला। तो लोकेशन रतनपुर निकला। प्रीति भारद्वाज के परिजन पूरा रतनपुर छान मारे परंतु प्रीति भारद्वाज कहीं नहीं मिली। रतनपुर पुलिस को पहले से ही इसकी गुमशुदगी की जानकारी थी। डेड बॉडी को निकालकर पीएम हेतु सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रतनपुर भेजा गया। सामान्य रूप से डूबने से हुई मृत्यु में पीएम करने वाले चिकित्सक द्वारा डेटॉम टेस्ट करवाया जाता है। जिससे यह स्पष्ट हो जाता है कि पानी में बहने वाली की हत्या कर पानी में डाल दिया गया है या फिर वास्तव में इसकी मृत्यु डूबने से हुई है? माइक्रो एलजी टेस्ट को ही डेटोम टेस्ट कहते हैं। जो किसी भी पानी में सुक्ष्म रूप से रहता है। यदि पीएम करते समय स्वशन नली में सूक्ष्म एलजी पाए जाते हैं तो यह सिद्ध हो जाता है कि इसकी मृत्यु वाकई डूबने से हुई। परंतु यदि हत्या कर पानी में फेंका जाता है तो मृतक की स्वशन प्रणाली काम करना बंद कर देती है। और ऐसी स्थिति में पानी के सूक्ष्म एल जी को भी नहीं खींच सकती। और यही टेस्ट अभी मृतिका प्रीति भारद्वाज का भी किया जाएगा। हत्या या आत्महत्या यह तो पीएम रिपोर्ट पर ही आधारित होगी परंतु शहर के लिए एक ज्वलंत समस्या है कि आखिर कोचिंग सेंटरों में पढ़ने वाले युवतियों कि इस तरह से संदेहास्पद मृत्यु क्यों हो रही है ? (ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क )