छ.ग. विधानसभा चुनाव 2023। इंटेलिजेंस ब्यूरो ( आई बी ) के एक्जिट पोल की रिपोर्ट लेकर गए गृह मंत्री अमित शाह। सन 2018 की आई बी रिपोर्ट बीजेपी के खिलाफ थी। पीएम का रायपुर दौरे के बाद के प्रभाव का भी आंकलन हो रहा है : तपन गोस्वामी [editor-in-chief ]
बिलासपुर (10 जुलाई 2023) [तपन गोस्वामी द्वारा ] इंटेलिजेंस ब्यूरो ( आई बी ), डिस्ट्रिक्ट स्पेशल ब्रांच (डी एस बी) एवं लोकल इनफार्मेशन ब्यूरो ( एल आई बी )। इसमें आईबी केंद्र सरकार की खुफिया संस्था है। जिसे हिंदी में आ_ सूचना ब्यूरो कहते हैं। केंद्र सरकार की यह खुफिया ब्यूरो सीधे पीएमओ से जुड़ा रहता है। बाकी दो खुफिया एजेंसी जिला पुलिस अधीक्षक के अधीनस्थ कार्यरत है। तीनों खुफिया ब्यूरो का संबंध क्राईम इन्वेस्टिगेशन से नहीं रहता। इनका काम सिर्फ शासन को परफेक्ट एवं परिष्कृत सूचना उपलब्ध करवाना होता है। परंतु चाहे विधानसभा चुनाव हो या लोकसभा चुनाव राज्य में कार्यरत तीनों खुफिया एजेंसी बहुत ही गोपनीय एवं अपने अंतरंग संबंधों के आधार पर सूचना का आदान प्रदान करते हैं। क्योंकि केंद्र सरकार में बैठे गृह विभाग के अधिकारी राज्य सरकार के खुफिया तंत्र से जानकारी प्राप्त नहीं कर पाते हैं। और ऐसी स्थिति में राज्य के सभी जिलों में तैनात इंटेलिजेंस ब्यूरो ( आई बी ) के अधिकारी राज्य खुफिया ब्यूरो से सूचना प्राप्त कर केंद्र सरकार को देते हैं। चुनाव के समय मीडिया हाउस जैसे टाइम्स ऑफ इंडिया अपनी संस्था एक्सेस माय इंडिया से एक्जिट पोल करवाती है। इसका सैंपल साइज छोटा होता है। परंतु इंटेलिजेंस ब्यूरो का एक्जिट पोल का सैंपल साइज बहुत बड़ा होता है। क्योंकि इनके पास केंद्र से काफी बड़ा बजट अलॉट किया जाता है। अब हम आपको बताएंगे कि छ.ग. विधानसभा का सन 2018 का एक्जिट पोल आईबी की रिपोर्ट में क्या थी? जहां बीजेपी के बड़े-बड़े नेता सत्ता में रिपीट होने का दावा कर रहे थे। तब केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के टेबल पर छ.ग. में पदस्थ ज्वाइंट डायरेक्टर ऑफ़ इंटेलिजेंस ब्यूरो की रिपोर्ट थी। जिसमें स्पष्ट रूप से लिखा था कि बीजेपी रिपीट नहीं हो रही है। सन 2023 में विधानसभा चुनाव है। और पिछले 7 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा आयोजित थी। ठीक इससे पहले 4 जुलाई को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह रायपुर पहुंचे। और अधिकृत एग्जिट पोल की स्थिति जानने के लिए ज्वाइंट डायरेक्टर ऑफ़ इंटेलिजेंस ब्यूरो की बहुत ही गोपनीय रिपोर्ट ली। उनका अध्ययन हुआ और जिस विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी की स्थिति कमजोर है वहां पर डैमेज कंट्रोल करने का आदेश गृहमंत्री अमित शाह ने बीजेपी नेताओं को दी। साथ ही केंद्र सरकार की जन उपयोगी योजनाओं को बीजेपी नेताओं द्वारा ठीक से जनता के मध्य नहीं ले जाया गया यह भी एक मुद्दा आईबी ने बताया। अब आई बी को यह स्पष्ट निर्देश है कि पीएम श्री मोदी के जनसभा के बाद छत्तीसगढ़ बीजेपी की क्या स्थिति है ? उस पर रिपोर्ट तैयार करे। (ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर नेटवर्क )