बिलासपुर ( 29 सितंबर 2022 ) [ तपन गोस्वामी जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क ] सकरी निवासी रिटायर्ड सरकारी विकलांग शिक्षक अमरनाथ वाद्य कार के 17 वर्षीय पुत्र दीपेश वाद्य कार को साधारण बुखार के कारण मगरपारा के कल्याणी हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था। जिसका ओपीडी नंबर SSCH/23072211 दिनांक 23 जुलाई 2022 है। और दीपेश वाद्य कार का इलाज डॉ एच के शुक्ला ( एमडी मेडिसिन ) द्वारा किया जा रहा था। परंतु स्थिति सुधारने के बजाय लगातार बिगड़ती जा रही थी। दिन में तीन तीन बार ट्रीटमेंट के साथ दवाइयां चेंज किया जाता रहा। अपने बच्चे की बिगड़ती स्थिति से परेशान दीपेश की मां श्रीमती केवरा बाई ने डॉ एसके शुक्ला से अपनी चिंता व्यक्त की तो इस पर डॉ शुक्ला एकदम गुस्से में तमतमा गए। और मरीज दीपेश की मां से दुर्व्यवहार करने लगे। कुछ साल पहले दीपेश की एक बड़ी बहन की मृत्यु हो गई थी। उस का हवाला देकर डॉ शुक्ला ने दीपेश के मां को कहने लगे तुम लोग अनपढ़ गवार हो और तुम लोगों के कारण ही पहले भी तुम्हारी लड़की की मौत हो चुकी है। कल्याणी हॉस्पिटल में भर्ती होने के बाद दीपेश के स्वास्थ्य में कोई सुधार नहीं हुआ। डॉक्टर शुक्ला ने उसका सिटी स्कैन करवाया तो रिपोर्ट में मेनिनजाइटिस ( मस्तिष्क ज्वर ) बताया गया। उसका भी इलाज चला परंतु इलाज से कुछ सुधार नहीं हुआ बाद में 1 दिन डॉक्टर शुक्ला ने कहा कि दीपेश के सर की कोशिकाओं में ब्लॉकेज आ गया। परंतु सीटी स्कैन की रिपोर्ट में ब्लॉकेज के संबंध में कोई फाइंडिंग नहीं थी। और कुछ दिन बाद दीपेश की मृत्यु हो गई। दीपेश के इलाज में पूरे 3 लाख रुपए खर्च हुए। दीपेश की मृत्यु होने तक डॉ एच के शुक्ला दीपेश के परिजनों को प्रताड़ित करते रहे। बिलासपुर के आई एम ए डॉ शुक्ला के खिलाफ कोई कार्यवाही करेगी या उसे बचाने के लिए मेडिकल तर्क देगी। ( ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क )