दिल्ली कांग्रेस आलाकमान का फाइनल टच। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ही होंगे विधानसभा चुनाव का चमकता चुनावी चेहरा। विवादित विधायक जिनके परिवार के किसी सदस्य का नाम भूमि घोटाले एवं अन्य किसी घोटाले में आए हो, और जिनके कारण किसी समाज के विशेष वर्ग एवं समुदाय के मान्यताओं को ठेस पहुंचे हो उस विधायक का टिकट कटना तय : तपन गोस्वामी [editor-in-chief ]
बिलासपुर (03 जून 2023) [ तपन गोस्वामी द्वारा ] आसन्न विधानसभा चुनाव 2023 के चुनावी मैदान में उतरने के लिए कांग्रेस आलाकमान अपनी तैयारियां तेज कर दी है। इस बार कांग्रेस आलाकमान दिल्ली में विधायकों के टिकट के लिए दौड़-धूप पर लगाम लगाने का मन बना लिया है। विधायकों का टिकट वितरण कर्नाटक मॉडल पर ही होगी। क्योंकि कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली अभूतपूर्व विजय के बाद कांग्रेस आलाकमान उन सभी तथ्यों पर रिसर्च कर रही है कि सीमित साधनों एवं कार्यकर्ताओं के आत्म बल एवं कांग्रेस का उत्कृष्ट प्रदर्शन के कारण कर्नाटक में कांग्रेस सत्ता में आई है। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में एक महत्वपूर्ण बात यह रही कि विधानसभा चुनाव के टिकट की दौड़ में शामिल विधायक प्रत्याशी दिल्ली दौर नहीं लगाई। टिकट वितरण का फैसला कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे, सिद्ध रमैया एवं डीके शिवकुमार ने ही राज्य में बैठकर किया। नो शक्ति प्रदर्शन नो दिल्ली स्टे। और परिणाम अभूतपूर्व विजय। अब यही फार्मूला छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में भी लागू होगा। हमारे दिल्ली स्थित प्रतिनिधि सौदान सिंह सिकरवार ने कांग्रेस हाईकमान के राजनैतिक गलियारों से जो जानकारी प्राप्त की उसके अनुसार छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ही होंगे विधानसभा चुनाव का प्रमुख चेहरा। क्योंकि देखा गया है कि श्री बघेल के आकर्षक छत्तीसगढ़ी बोली के सब दीवाने हैं। और उनके चेहरे के अलावा यहां के मतदाता किसी दूसरे चेहरे को पसंद नहीं करते। जहां तक सवाल है विधायकों के टिकट वितरण का तो आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में कांग्रेस का आंतरिक सर्वे शुरू हो चुकी है। उनके रिपोर्ट एवं विधायकों के रिपोर्ट कार्ड के आधार पर टिकट वितरण होगा। यही स्थिति मैदानी क्षेत्रों के विधायकों के साथ भी होगा। सर्वे में शत प्रतिशत जीतने वाले विधायकों की ही टिकट दिया जाएगा। परंतु एक बात पर कांग्रेस आलाकमान बहुत सख्त है। और वह है जिन वर्तमान विधायकों के परिवार जन पुत्र एवं अन्य रिश्तेदारों पर जमीन घोटाला, सरकारी जमीनों पर कब्जा करना, रेत घोटाला एवं अन्य आरोप लगे हैं उनके टिकट कटेंगे। और साथ ही उन विधायकों के टिकट भी कटेंगे जिन विधायकों के रिश्तेदारों के क्रियाकलाप के कारण किसी समाज, संप्रदाय के भावनाओं को ठेस पहुंची। और कांग्रेस आलाकमान का मानना है कि इस तरह के विधायकों को यदि टिकट दे दिया जाए तो उसका पूरा फायदा बीजेपी उठाएगी। (ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क )