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जन्मदिन के पूर्व संध्या पर हुई दीपक बैज की हुई पीसीसी चीफ की ताजपोशी। सीएम बघेल से उन्होंने सीखी पॉलिटिक्स की बारीकियां। स्टूडेंट पॉलिटिक्स से एक्टिव पॉलिटिक्स में आए दीपक बैज। बिलासपुर कांग्रेस संगठन पर होगी उनकी विशेष नजर: तपन गोस्वामी [editor-in-chief ]

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बिलासपुर (14 जुलाई 2023) [तपन गोस्वामी द्वारा ] छात्र राजनीति से एक्टिव पॉलिटिक्स में आए कांग्रेस के युवा एमपी दीपक बैज की पीसीसी चीफ बनने की कहानी उतना सरल नहीं है। मोहन मरकाम को हटाकर दीपक बैज को छ.ग. पीसीसी चीफ बनाने में काफी चैलेंज था। और इसी साल के अंत में विधानसभा चुनाव और ऐसी स्थिति में कांग्रेस पार्टी के लिए चैलेंज और बढ़ जाता है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दीपक बैज के स्टेट पीसीसी चीफ बनाए जाने के लिए पूरी तरह इस कारण आस्वस्त थे क्योंकि दीपक बैज ने पॉलिटिक्स की बारीकियों को उन्हीं से सीखी है। बस्तर क्षेत्र में दीपक बैज एक स्थापित चेहरा है। और संगठन में उनका अनुभव की काफी है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि दीपक बैज राजनीति क्षेत्र में कभी विवादित नहीं रहे। आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए नव पदस्थ प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज की नजर संगठन पर अधिक रहेगी। रायपुर, भिलाई, दुर्ग, बस्तर तो बैज के नजर में है। परंतु न्याय धानी बिलासपुर, उद्योग नगरी कोरबा, अंबिकापुर, गौरेला, पेंड्रा पर वे अधिक स्टडी करेंगे। परंतु इतना अवश्य है कि न्याय धानी बिलासपुर जोकि राजनीति का एक बहुत बड़ा गढ़ है यहां के संगठन में अवश्य ही आमूलचूल परिवर्तन होंगे। मोहन मरकाम पीसीसी चीफ रहने के दौरान जिन्हें संगठन में महत्वपूर्ण पद मिला उनका भी विश्लेषण होगा। पिछले विधानसभा चुनाव में बिलासपुर संभाग के अधिकांश सीटों पर कांग्रेस चुनाव हारी थी। नए पीसीसी चीफ दीपक बैज उन हारे हुए सीटों का डैमेज कंट्रोल करने का अवश्य प्रयास करेंगे। अभी बहुत ही जल्द पीसीसी चीफ दीपक बैज कि बिलासपुर दौरा होने वाला है। उसमें वे देखेंगे कि पूर्व पीसीसी चीफ मोहन मरकाम के गुड बुक में और कौन से पदाधिकारी है? और उनका पॉलिटिकल परफॉर्मेंस कैसा है? यदि उनका परफॉर्मेंस अच्छा नहीं होगा तो उन्हें तुरंत पद से हटाने की कार्रवाई की जाएगी। क्योंकि चुनावी वर्ष में दीपक बैज किसी भी तरह की रिस्क नहीं लेंगे। बिलासपुर कांग्रेस संगठन में जो पिछले दिनों से विवाद की स्थिति निर्मित हुई उसकी भी जानकारी दीपक बैज के पास पहले से ही है। इस कारण बिलासपुर संगठन में पॉलिटिकल सर्जरी निश्चित तौर पर होगी। (ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क )

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