*प्रशासन के नाक के नीचे शहर के तीन पेट्रोल पंप बंद। बलराज पेट्रोल पंप की वेश कीमती जमीन पर भू माफियाओं का कब्जा। फर्जी कंपनी बनाकर बेच रहे थे पेट्रोल डीजल। शहर का बहादुर एवं ईमानदारी युवक मो. तारीक को खरीद नहीं सके भू माफिया। सिविल लाइन थाने का पूर्व टी आई परिवेश तिवारी थे इनकी कठपुतली : तपन गोस्वामी [ Editor in chief]*
बिलासपुर (05 अप्रैल 2024) [तपन गोस्वामी द्वारा] प्रशासन सुस्त एवं भू माफिया दुरुस्त के कहावत को चरितार्थ करते हुए शहर के दो प्रमुख पेट्रोल पंप बलराज पेट्रोल पंप एवं बुखारी पेट्रोल पंप को रहस्यमय ढंग से बंद कर दिया गया। इसके पहले तार बहार चौक के पास स्थित गणेश सर्विस सेंटर भी काफी वर्षों से बंद पड़ा है। शहर के लोग अब सिर्फ पुलिस लाइन के पास स्थित पुलिस पेट्रोल पंप पर ही भरोसा कर रहे हैं। क्योंकि नेहरू चौक स्थित एक पेट्रोल पंप और दूसरा जरहाभाटा स्थित एक पेट्रोल पंप पर दबाव बढ़ रहा है। क्योंकि शहर के हृदय स्थल पर स्थित दो पेट्रोल पंप बलराज पेट्रोल पंप एवं बुखारी पेट्रोल पंप एकाएक बंद हो गया है। हमारी न्यूज़ इन्वेस्टिगेशन टीम द्वारा इस संबंध में छानबीन की और उसके बाद जो तथ्य सामने आए वह काफी चौंकाने वाले हैं। बलराज पेट्रोल पंप की स्थापना सन 1963 में हुई। बलराज पेट्रोल पंप की पूरी जमीन नजूल पट्टे की है। उस समय पेट्रोल पंप का संचालन वली मोहम्मद किया करते थे। इसके पश्चात।पंप का संचालन 10 वर्ष तक अशफाक मोहम्मद ने किया। अशफाक मोहम्मद की मृत्यु के पश्चात उनकी पत्नी एवं दो पुत्र पेट्रोल पंप संभालते रहे। सन 2011 में पेट्रोल पंप का लीज समाप्त हो गई। वलराज पेट्रोल पंप कीभूस्वामी श्रीमती कस्तूरी राव थी। बाद नजूल पट्टे के इस जमीन को श्रीमती कस्तूरी राव ने बिना शासन के एनओसी के 6 लोगों को प्लाटिंग कर कई करोड़ में बेच दिया। जमीन का प्लाटिंग देवदास बाधवानी, शिरीन बाधवानी, मनीष खुसलानी, बलवंत कुमार जगवानी ने किया इन सभी ने एक फर्जी कंपनी का गठन किया जिसका नाम केडी रिसोर्सेस प्राइवेट लिमिटेड रखा गया था। यह बात हिंदुस्तान पैट्रोलियम कंपनी को पता नहीं था। क्योंकि एचपी पेट्रोल पंप सील होने के पहले तक बलराज पेट्रोल पंप के नाम से ही पेट्रोल डीजल सप्लाई करता आ रहा था। यह बात जिला प्रशासन एवं खाद्य विभाग को भी पता था। परंतु सब आंखें मूंदकर इतने बड़े फर्जी बाड़े का साथ दिया। परंतु इस फर्जी बाड़े का विरोध शहर के एक प्रतिष्ठित परिवार स्व अशफाक मोहम्मद का युवा पुत्र मोहम्मद तारिक ने किया। क्योंकि बलराज पेट्रोल पंप का अधिकृत प्रोपराइटर मोहम्मद तारिक ही है। मोहम्मद तारिक ने बलराज पेट्रोल पंप के बेश कीमती जमीन पर प्लॉटिंग कर बेचने का पुरजोर विरोध किया तो शहर के भू माफिया सिविल लाइन थाने के तत्कालीन टीआई परिवेश तिवारी को एक मोटी रकम देकर अपने ग्रुप में शामिल कर लिया और मोहम्मद तारीक के खिलाफ फर्जी अपराधिक प्रकरण बनाकर अवैध वसूली की धारा के तहत उसे गिरफ्तार किया और बाद में उसे जेल भेज दिया। परंतु बाद में पुलिस की स्थिति काफी हास्यास्पद हो गई। आनन फानन में जो चालान पेश किया गया था वह कोर्ट में नहीं टीका। अब मोहम्मद तारीक की शिकायत पर परिवेश तिवारी चारों तरफ से घिरते नजर आ रहे हैं। और परिवेश तिवारी के खिलाफ चौतरफा जांच शुरू हो गई है। इसी तरहशहर का बुखारी पेट्रोल पंप एवं गणेश पेट्रोल पंप की भी स्टोरी है। बुखारी पेट्रोल पंप के वेश कीमती जमीन पर भी भू माफियाओं की नजर है। और इन दो पेट्रोल पंपको भी सु नियोजित षड्यंत्र के तहत बंद किया गया है। शासन प्रशासन को बंद बड़े पेट्रोल पंप की और खास नजर रखने की जरूरतहै। (ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क)