सिम्स के कु व्यवस्था के लिए डीन डॉ कमल किशोर सहारे है जिम्मेदार। केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार की जनउपयोगी योजनाओं में सेंध लगाई जा रही है। जनता के विश्वास के प्रतीक सरकारी मेडिकल कॉलेज एवं स्वास्थ्य सेवाओं के खिलाफ सार्वजनिक बिगड़े बोल। डॉ सहारे का जासूसी तंत्र सक्रिय : तपन गोस्वामी [editor-in-chief ]
बिलासपुर (25 मार्च 2023 ) [तपन गोस्वामी द्वारा ] डॉ कमल किशोर सहारे वर्तमान में सिम्स मे डीन के अति महत्वपूर्ण पद पर विराजमान है। जनता का आंकलन है कि अब तक जितने भी डीन रहे सबसे अधिक घटिया कार्यकाल वर्तमान डीन का रहा। डीन की कुर्सी पाते ही अंग्रेजों की कूटनीति अर्थात फूट डालो राज करो के सिद्धांत पर सिम्स का संचालन किया जा रहा है। राज्य सरकार ने आम जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए अरबों रुपए का बजट स्वीकृत किया है। परंतु सिम्स का हाल बेहाल है। डीन डॉ कमल किशोर सहारे सिम्स में एक जासूसी तंत्र संचालित कर रहे हैं। जो कि उनके कुछ खास खिदमतगार स्टाफ इस जासूसी तंत्र के हिस्से है। और जो पूरी तरह से अप्रशिक्षित है। डॉ सहारे का जासूसी तंत्र पालियो में बांटा हुआ है। और देर रात तक यह जासूस सक्रिय होकर डॉक्टरों की, नर्सों की एवं मेडिकल कॉलेज के कर्मचारियों की गलत सही रिपोर्ट देते रहते हैं। वैसे तो सिम्स के डीन डॉ सहारे सिम्स के प्रायः सभी चिकित्सकों से विवाद का संबंध बना लिया है। मेडिकल छात्र एवं अन्य स्टाफ के सामने डीन का रौब गाठने के लिए चिकित्सकों से बदतमीजी करता है। कई बार तो तू तू मैं मैं की स्थिति निर्मित हो गई थी। परंतु इसके बावजूद डीन डॉ सहारे के व्यवहार में कोई सुधार नहीं हुआ है। अब हम आपको बताएं कि सिम्स के डीन डॉक्टर सहारे भ्रष्टाचार के दलदल में कैसे गोता लगा रहे हैं ? शासन के नियम कायदे तोड़ने में माहिर डॉक्टर सहारे वर्तमान में आयुष्मान भारत योजना के मद से फर्जी रूप से करोड़ों रुपए की हेराफेरी की है। नियमतः 400 बिस्तरो से ज्यादा के चिकित्सालय में मात्र तीन आयुष्मान मित्रों की नियुक्ति करनी है। परंतु ये साहब स्वयं ही राज्य शासन का पॉलिसीमेकर्स बनकर करोड़ों रुपए डकार लिए। इसी तरह डॉक्टर सहारे के और भी कई कारनामे है जिसकी खोजबीन हमारे न्यूज़ इन्वेस्टिगेशन टीम कर रही है। (ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क )