एफआईआर न.0404 /22 दिनांक 16.09.2022 थाना कोनी। 3 साल के सजायाफ्ता पटवारी अशोक ध्रुव पुनः सरकारी जमीनों का बना रहा है फर्जी दस्तावेज। रमतला प. ह.न. 24 खसरा न. 174/5 के फर्जी दस्तावेज प्रवीण पाल को पटवारी अशोक ध्रुव ने बना कर दिया था : तपन गोस्वामी [editor-in-chief ]
बिलासपुर (01 जून 2023) [तपन गोस्वामी द्वारा ] एक बदनाम शुदा पटवारी अशोक ध्रुव जो कुछ ही समय पहले जेल से 3 साल की सजा काट कर आया है और जिस की अपील हाईकोर्ट में भी खारिज हो चुकी है। यह पटवारी अब शहर एवं शहर से बाहर घूम घूम कर सरकारी जमीनों को चिन्हित कर उसके दस्तावेज तहसील कार्यालय से निकालकर उसके फर्जी दस्तावेज बनाकर मोटी रकम लेकर उसे किसी व्यक्ति को देता है और वह व्यक्ति इस सरकारी जमीनों को कई लाख रुपया में भेज देता है। ऐसा ही एक मामला पिछले दिनों आया है। जिसमें कोनी थाना क्षेत्र के रमतला नामक गांव में एक सरकारी जमीन जिसका की पटवारी हल्का नंबर 24 खसरा नंबर 174/5 के फर्जी दस्तावेज के सहारे स्थानीय गोल बाजार निवासी मो. आरिफ को मोपका निवासी प्रवीण पाल नामक व्यक्ति ने 28 लाख रुपय में बेच दिया है। और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है की इस खरीदी बिक्री में मध्यस्थता सजायाफ्ता पटवारी अशोक ध्रुव ने ही किया था। अशोक ध्रुव ने इस जमीन के खरीददार मो. आरिफ को विश्वास दिलाया था कि रमतला की यह जमीन एक नंबर की जमीन है। परंतु लेनदेन होने के बाद जब क्रेता मो. आरिफ ने अपने स्तर पर पता किया तो यह ज्ञात हुआ कि यह जमीन सरकारी है। और पटवारी अशोक ध्रुव एवं अन्य व्यक्ति प्रवीण पाल ने मिलकर उसके साथ 28 लाख रुपए की ठगी की। पता लगने पर भाईजान के होश उड़ गए। उन्होंने आनन-फानन में थाना कोनी में एफ आई आर दर्ज करवाई पहला ठग प्रवीण पाल तो पकड़ा गया परंतु दूसरा ठग पटवारी अशोक ध्रुव अभी भी घूम घूम कर ठगी कर रहा है। मोपका के एक सरकारी जमीन के फर्जी दस्तावेज बनाकर भू माफियाओं को सहयोग करने के आरोप में पटवारी अशोक ध्रुव को 3 साल की सजा हो चुकी है। परंतु अभी तक उसे बर्खास्त नहीं किया गया है। न जाने पटवारी अशोक ध्रुव किस अधिकारी का कृपा पात्र है ? कोनी थाने के प्रकरण में आरोपी प्रवीण पाल के खिलाफ 34,420,467,468 धाराएं लगी है। और अभी वह जेल में है इसी प्रकरण में पटवारी अशोक ध्रुव भी सह आरोपी है। (ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क )