नगर निगम के भ्रष्ट अधिकारियों का हैवी ब्लैक मनी का डंपिंग यार्ड है निगम में कार्यरत संविदा इंजीनियर अनिल विश्वकर्मा। पीएम आवास के फर्जी रसीद यहीं से जारी हुआ। अनिल विश्वकर्मा अपने एक महिला मित्र को बृहस्पति बाजार में मकान के लिए फर्जी रूप से पीएम आवास फंड से रकम दिया : तपन गोस्वामी [editor-in-chief ]
बिलासपुर (27 जून 2023)[तपन गोस्वामी द्वारा ] शहर में घटित करोड़ों रुपए के पीएम आवास घोटाले को लेकर पुलिस प्रशासन परेशान रहा। थाना सिविल लाइन में पीएम आवास घोटाले की जांच के लिए एक अलग कक्ष बनानी पड़ी थी। क्योंकि प्रतिदिन पीएम घोटाले की रिपोर्ट दर्ज हो रही थी। जिस रसीद के आधार पर धोखाधड़ी की बातें कहीं जा रही थी वह निगम द्वारा जारी रसीद ही थी। परंतु पुलिस जांच में निगम के भ्रष्ट अधिकारी इसे नकार रहे थे। क्योंकि आवास कांड की रसीद उनके ही खासम खास निगम के संविदा में कार्यरत इंजीनियर अनिल विश्वकर्मा ने जारी किया था। इस फर्जी बाड़े में फंस कर सरकंडा के एक पार्षद ने आत्महत्या कर ली थी। और एक दूसरे आरोपी विजय साहू को जब सिविल लाइन पुलिस गिरफ्तार करने बेमेतरा गई तो वह उसने जहर खा लिया था। परंतु पुलिस उसकी जान बचा ली थी। इसी प्रकार आरोपी सुबीर कुमार बोस, नगर निगम कर्मचारी सूरज यादव, आशीष तिवारी, निलेश पटेल, भीम पटेल, संजय शर्मा, विजय चंद्राकर जितने भी पीएम आवास घोटाले में फंसे उनके मास्टरमाइंड नगर निगम के संविदा इंजीनियर अनिल विश्वकर्मा ही थे और उसका संपर्क सूत्र निगम का कर्मचारी सूरज यादव ही था। जोकि अनिल विश्वकर्मा से पीएम आवास की रसीद लेकर करोड़ों की वसूली की और जब फंसने लगे तो रसीद को फर्जी करार दे दिया । नगर निगम बिलासपुर के आयुक्त कुणाल दुदावत को लंबे समय से संविदा में कार्यरत एवं पीएम आवास इंचार्ज अनिल विश्वकर्मा के क्रियाकलापों की जांच करनी चाहिए। कोनी स्थित सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज से सिविल इंजीनियर की डिग्री प्राप्त अनिल विश्वकर्मा आखिर स्थाई नौकरी क्यों प्राप्त नहीं की? इसके पीछे कारण यह है कि संविदा कर्मी होते हुए भी वह आज कई करोड़ के मालिक हैं। शहर में अनिल विश्वकर्मा के कई कीमती प्लॉट है। निगम के जितने भी भ्रष्ट अधिकारी हैं उनके हैवी ब्लैक मनी अनिल विश्वकर्मा ही अपने पास रखते हैं। शादीशुदा होने के बावजूद अनिल विश्वकर्मा का एक महिला से गहरे संबंध है। जिनका निवास बृहस्पति बाजार के पास है। ब्लैक मनी अनिल विश्वकर्मा अपने इस महिला मित्र के पास भी रखते हैं। इस महिला मित्र के कहने पर प्रधानमंत्री आवास योजना के फंड में भी काफी घोटाले की है। निगम में चल रहे इस तरह के क्रियाकलापों की जांच भी जरूरी है। (ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क )