*पूर्व विधायक शैलेश पांडे ने कहा कि पूरा स्वास्थ्य अमला वेंटिलेटर पर है। लगातार बिगड़ती स्वास्थ्य सेवाओं के संदर्भ में पूर्व नगर विधायक शैलेश पांडे के सुलगते सवाल। टीकाकरण में उच्च तकनीक के बावजूद मासूमो की मौत क्यों? तपन गोस्वामी [एडिटर इन चीफ ]*
बिलासपुर (07 सितंबर 2024) [तपन गोस्वामी द्वारा ] पूर्व नगर विधायक शैलेश पांडे का वह एक्शन अभी तक सबको याद है जब कांग्रेस के सत्ता में रहने के बावजूद उन्होंने सिम्स जाकर अपना रौद्र रूप दिखाते हुए मरीज के उपचार के लिए एसईसीएल द्वारा शैलेश पांडे के अनुरोध पर दिए गए डिब्बे बंद अत्याधुनिक उपकरणों को इन बॉक्सिंग कर उनका इंस्टॉलेशन करवाया था। पूर्व विधायक शैलेश पांडे शासन में रहते हुए भी प्रशासनिक लापरवाहियों को उजागर कर उनका ऑन द स्पॉट निराकरण किया करते थे। अब प्रदेश में बीजेपी की सरकार है परंतु पूर्व विधायक शैलेश पांडे आम जनता की सेवा में अभी भी 24 घंटे सक्रिय रहते हैं। जब विधायक थे तब भी उनका टारगेट स्वास्थ्य सेवा ही था। अब मामला टीकाकरण से दो बच्चों की मौत से संबंधित है। पूर्व नगर विधायक शैलेश पांडे खुद 2 मृत बच्चों के परिवार जन से मिलने गए थे। मृतक बच्चों के परिजनों ने आरोप लगाया है कि चिकित्सकीय लापरवाही के कारण ही बच्चों की मौत हुई है। दो बच्चों की मौत के बाद सरकार ने एक जांच कमेटी बनाई थी। परंतु कोटा के पटैता गांव के ग्रामीणों ने सरकारी जांच कमेटी को अपना आक्रोश दिखाया था। उक्त गांव के ग्रामीणों ने कहा कि यहां पर कोई शिशु विशेषज्ञ चिकित्सक नहीं है। दो बच्चों की मौत के बाद वहां के ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर ने भी डॉक्टर एवं स्टाफ की कमी का रोना रोया था। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि डॉक्टर गांव में काम करना ही नहीं चाहते हैं। अपने राजनीतिक प्रभाव का इस्तेमाल करके वे बिलासपुर शहर में अपनी पोस्टिंग करा लेते हैं। इस बात को भी पूर्व नगर विधायक शैलेश पांडे ने बखूबी उठाया है। उनका मानना है कि टीकाकरण से दो बच्चों को हुई मौत प्रशासनिक लापरवाही को उजागर किया है। पूर्व विधायक शैलेश पांडे का दूसरा सवाल बिलासपुर में बढ़ती बीमारियों के संबंध में है। शहर में स्वास्थ्य आमले की लापरवाही के कारण स्वाइन फ्लू, डेंगू, मलेरिया में लगातार मौते हो रही है। सिम्स की अव्यवस्था के भी मामले श्री पांडे ने उठाया। बिलासपुर में घोषित एम्स के स्थापना का मामला भी अभी अधर में है। शहर के मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल बनकर तो तैयार है परंतु अभी तक उसमें स्वास्थ्य सेवाएं शुरू नहीं हुई।(ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क)