*सी एम विष्णु देव साय प्रचार प्रसार से दूर दिन रात जनता की सेवा में लगे हैं। बिलासपुर जिले के अधिकारी मीडिया में हीरो बनने एवं छपास रोग से ग्रसित है। आम जनता परेशान। अधिकारी भाजपा एवं कांग्रेस दोनों के साथ गेम कर रही है: तपन गोस्वामी [एडिटर इन चीफ ]*
बिलासपुर (13 सितंबर 2024) [तपन गोस्वामी द्वारा] सन 2018 से प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी। बीजेपी सत्ता से बाहर थी। परंतु इसके बावजूद प्रदेश एवं शहर के बीजेपी नेता एवं कार्यकर्ता प्रतिदिन धरना प्रदर्शन कर केंद्र के बीजेपी सरकार द्वारा बनाए गए जन उपयोगी योजनाओं को आम आदमी विशेष कर गरीब तबकों तक पहुंचाने का भरपूर प्रयास किया। केंद्र के महत्वपूर्ण योजना पीएम आवास योजना, नल जल योजना, गैस सिलेंडर योजना, महिला समृद्धि योजना के साथ ही और भी कई महत्वपूर्ण योजनाएं जो कांग्रेस शासन में लागू नहीं हुए। परंतु बीजेपी नेतृत्व में तत्कालीन कांग्रेस शासन पर दबाव बनाया उस समय कांग्रेस नेतृत्व को भी केंद्र की कुछ योजनाएं जायज लगी थी। परंतु इसे लागू करने में प्रशासनिक अधिकारी एवं उसके चट्टे बट्टे रोढ़ा लग रहे थे। अधिकारी कितने शातिर हैं कि कांग्रेस नेतृत्व को वोट बैंक की बात कह कर सभी केंद्रीय योजनाओं को ठंडे बस्ते में डाल दिया। परंतु केंद्र द्वारा स्वीकृत फंड को ले लिया। जिसका उपयोग वे अपने लाभ की योजनाओं में लगाया। इसी तरह अधिकारी भाजपा नेतृत्व को कहते थे की हम अधिकारी वर्ग केंद्र के सभी योजनाओं को लागू करना चाह रहे हैं परंतु कांग्रेस नेता यह नहीं चाहते। इस तरह उस समय अधिकारी गण दोनों पार्टियों के साथ गेम कर रहे थे। अब पुनः प्रदेश में बीजेपी की सरकार है और बीजेपी राज्य में केंद्र द्वारा चलाए जा रहे हैं सभी जन उपयोगी योजनाओं को जल्द से जल्द लागू करना चाह रही है, क्योंकि इन योजनाओं के बदौलत ही बीजेपी सत्ता में आई है। परंतु अभी भी प्रशासनिक अधिकारियों का गेम खेलने की आदत नही गई । अधिकारी कोई भी काम किए बिना ही मीडिया में छाए रहना चाहती है। बिलासपुर शहर की योजनाएं स्मार्ट सिटी के तहत है। केंद्र ने बिलासपुर को कई करोड़ रुपए शहर के साथ-साथ गली मोहल्ले में लाइट जगमगाने के लिए दिए थे। परंतु पूरा शहर अंधकार में है। जेल रोड में अंधेरा होने के कारण प्रतिदिन कोई ना कोई दुर्घटना घटती रहती है। निगम प्रशासन अपने अमले को लेकर स्ट्रीट लाइट सुधारने जाता है। परंतु इसके पहले निगम का एक महा भ्रष्ट इंजीनियर मीडिया वालों को फोन कर उस जगह पर पहुंचने का अनुरोध करता है जहां अमला रहेगा और विद्युत सुधारने वाले निजी के कंपनी के स्टाफ को डांट डपट करेगा। मीडिया में अधिकारियों का एक्शन वाला फोटो छपेगा तो जनता यह सोचेगी की वास्तव में अधिकारी काम कर रहे हैं। परंतु आधे घंटे बाद अधिकारी भी गायब, निजी कंपनी के स्टाफ भी गायब और फिर रात में पूरा रोड अंधकारमय। अब एक महत्वपूर्ण बात गरीबों के आवास हेतु केंद्र द्वारा बिलासपुर को दिए गए अरबों खरबों रुपए से संबंधित है। कई जगहों पर अटल आवास बने हैं परंतु आधे अधूरे। और इसके बाद ठेकेदार पैसा लेकर चंपत। परंतु मॉनिटरिंग करने वाले निगम अधिकारी मालामाल। गरीब के आवास तो नहीं बने परंतु अधिकारी के तीन भव्य मकान शहर में बन गए। हमारी न्यूज़ इन्वेस्टिगेशन टीम ने राजकिशोर नगर के कल्याण बाग में आधे अधूरे बने अटल आवास की जानकारी प्राप्त की है। करोड़ों रुपए की लागत के मकान आज कंडम होने की स्थिति में है। परंतु इतना जरूर है कि निगम के एक इंजीनियर के भव्य मकान शहर में बन गए हैं। नेहरू चौक में शान से खरा नगर निगम का विकास भवन अब वहां कार्यरत भ्रष्ट अधिकारियों का भार सह नहीं पा रहा है। शासन की योजनाओं का लाभ अंतिम पंक्ति पर खड़े व्यक्ति को नहीं पहुंच पा रहा है। यह बात मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को अच्छी तरह समझ में आ गई है। इस कारण कलेक्टर कॉन्फ्रेंस में उन्होंने समझा दिया की काम करो और बेहतर रिजल्ट दो नही तो परिणाम भुगतने को तैयार रही। (ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेट वर्क)