*तोरवा क्षेत्र के पटाखा गोदाम में भीषण अग्निकांड की घटना। शॉपकीपर पॉलिसी में पटाखा गोदाम का फर्जी बीमा। न्यू इंडिया एश्योरेंस कंपनी लिमिटेड एवं इफको टोकियो बीमा कंपनी का फर्जीवाड़ा। 2 करोड़ का क्लेम: तपन गोस्वामी [एडिटर इन चीफ ]*
बिलासपुर (25 सितंबर 2024) [ तपन गोस्वामी द्वारा] कल तोरवा स्थित मेसर्स जय गणेश ट्रेडर्स पटाखा दुकान में भयानक अग्निकांड की घटना घटित हो गई। दुकान को गोदाम का रूप देकर वहां करीब 2 करोड रुपए का पटाखा डंप किया गया था। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि जिस गोदाम का मालिक निहाल एवं संदीप तलरेजा उसे पटाखा गोदाम कह रहे हैं वह गोदाम नहीं है बल्कि दुकान है। हमारे न्यूज़ इन्वेस्टिगेशन टीम ने इस संबंध में तहकीकात किया तो ज्ञात हुआ कि तोरवा स्थित मेसर्स जय गणेश पटाखा गोदाम का बीमा सरकारी बीमा कंपनी दी न्यू इंडिया एश्योरेंस कंपनी लिमिटेड एवं एक प्राइवेट कंपनी इफको टोकियो जनरल इंश्योरेंस कंपनी से किया गया। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि पटाखा दुकान एवं पटाखा गोदाम के लिए फायर लाइसेंस की जरूरत पड़ती है। पटाखा दुकान के लिए जिला प्रशासन द्वारा जारी साधारण क्रैकर्स लाइसेंस पर्याप्त है। परंतु पटाखा गोदाम के लिए स्थाई फायर लाइसेंस की जरूरत पड़ती है और गोदाम के लिए लाइसेंस का दायरा बढ़ जाता है। जिला प्रशासन, फायर सेफ्टी डिपार्मेंट, नगर निगम, पुलिस डिपार्टमेंट एवं फायर ब्रिगेड की टीम पटाखा गोदाम के स्थल का निरीक्षण कर पूरी तरह संतुष्ट होने पर ही पटाखा गोदाम का लाइसेंस जारी करता है। इसके बाद ही बीमा कंपनी का बीमा करने की प्रक्रिया शुरू होती है। साधारण क्रैकर्स लाइसेंस पर शॉपकीपर पॉलिसी के आधार पर बीमा हो जाता है। परंतु यदि पटाखा गोदाम के बीमा करने की बात आती है। तो उसके लिए आईआरडीए ने स्टैंडर्ड नियम बनाए हैं। और सभी बीमा कंपनियों को वह नियम पालन करना होता है। पटाखा गोदाम का बीमा करने के पहले बीमा कंपनी का डेवलपमेंट ऑफिसर प्रशासन द्वारा जारी एन ओ सी को देखता है। यदि पटाखा गोदाम के लिए प्रशासन द्वारा जारी एनओसी नहीं होता है तो बीमा कंपनी गोदाम का बीमा नहीं करती। तोरवा स्थित मेसर्स जय गणेश ट्रेडर्स पटाखा गोदाम के लिए प्रशासन ने कोई एनओसी जारी नहीं किया था। अर्थात यह पटाखा गोदाम बिना प्रशासन के अनुमति के फर्जी रूप से संचालित हो रहा था। परंतु दोनों बीमा कंपनियों के डेवलपमेंट ऑफिसर भी अपने वरिष्ठ अधिकारियों से वास्तविकता छुपा कर बीमा किया। कल के पटाखा गोदाम अग्नि कांड की घटना प्रशासन के लिए वार्निंग बेल है। क्या कोई कारोबारी सिर्फ पैसा कमाने के लिए शहर के रिहायसी इलाकों में क्या इस तरह का मौत का गोदाम खोल सकता है? (ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क)