*अवैध रूप से लगे ट्रांसफार्मर का मामला। यदुनंदन नगर के बिल्डर केसरी सिंह राजपाल से भयभीत है शासन एवं प्रशासन। विद्युत मंडल के अधिकारीयो को इंतजार है खतरनाक मौत के मंजर का : तपन गोस्वामी [एडिटर इन चीफ ]*
बिलासपुर (27 अक्टूबर 2024) [तपन गोस्वामी द्वारा] यदुनंदन नगर का बिल्डर केसरी सिंह राजपाल एंड कंपनी। बहुत बड़ा नाम है परंतु इसके क्रियाकलाप बहुत ही अमानवीय है। जो यदुनंदन नगर वासी उनसे वास्तविक कीमत से अधिक कीमत पर जमीन खरीदकर केसरी सिंह राजपाल एंड कंपनी को उसकी अपनीऔकात से भी आगे पहुंचा दी। आज यही बिल्डर धन बल की गर्मी से इतना अधिक मदमस्त हो गया है कि उसके सामने मानवता की कोई कीमत नहीं है। आज बिल्डर केसरी सिंह राजपाल एंड कंपनी धन के सहारे अधिकारियों को भी खरीद लिया है। हमारी न्यूज़ इन्वेस्टिगेशन टीम के पास यह भी जानकारी है कि केसरी सिंह राजपाल एंड कंपनी ने राजस्व विभाग के आंखों में धूल झोककर कुछ राजस्व निरीक्षक एवं पटवारियों को मोटी रकम देकर सरकारी जमीन पर अवैधानिक रूप से कब्जा कर उस पर मकान एवं दुकाने बनाकर बेच दी है ऐसे ही कई प्रकरण राजस्व विभाग में जांच हेतु लंबित है। ऐसा ही एक मामला बहुत ही खतरनाक एवं जान माल की हानि से जुड़ा हुआ है। प्रकरण यदुनंदन नगर के स्पंदन बाजार चौक की है। जहां पर बिल्डर केसरी सिंह राजपाल एक शॉपिंग कंपलेक्स बनाया हुआ है। शॉपिंग कॉम्प्लेक्स शासकीय जमीन पर बना है या नहीं यह तो जांच का विषय है। परंतु वहीं पर केसरी सिंह राजपाल एंड कंपनी ने एक ट्रांसफार्मर अवैध रूपसे लगवा लियाहै जो की शासकीय भूमि खसरा न. 256/7 पर है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि ट्रांस फार्मर लगने के लिए जो भी वैधानिक दस्तावेज की आवश्यकता होती है केसरी सिंह राज्यपाल ने वे दस्तावेज जमा नहीं किए बल्कि इस ट्रांसफार्मर को लगाने के लिए जो भी दस्तावेज जमा किए गए वह सारे दस्तावेज फर्जी है। ट्रांसफार्मर को शासकीय बताकर सरकारी जमीन पर लगाया। और वास्तव में ट्रांसफार्मर सुरक्षित एवं खुले जगह पर परिसर के पीछे लगना चाहिए जहां खाली जगह पड़ी है वहां पर नहीं लगाया गया है। यदि तकनीकी कारणों से कभी भी ट्रांसफार्मर में विस्फोट हो तो इसकी भयानकता का आप अंदाज नही लगा सकते। वहां स्थित मकान दुकान सिर्फ मलवे के रूप में मिलेगी। वहां के मकानो में ए सी भी लगी है तो ऐसे में आग ही आग नजर आएगी। दो माह पहले तिल्दा में भी इसी तरह का एक ट्रांसफार्मर विस्फोट हुआ था जिसमें दो व्यक्तियों की मौत हो गई थी और मकान ध्वस्त हो गया था। यदुनंदन नगर के रहने वाले लगातार विद्युत मंडल, शासन प्रशासन को इस खतरनाक स्थिति से अवगत कराते आ रहे है। परंतु केसरी सिंह राजपाल का मनी पावर ट्रांसफार्मर को हटाने नहीं दे रही है। और यदि यहां के निवासी ट्रांसफार्मर को हटाने के लिए ,आवेदन वगैरा देते हैं तो इसकी जानकारी बिल्डर केसरी सिंह राजपाल को हो जाती है और वह कहता है कि विद्युत मंडल के अधिकारियों, कलेक्टर, नगर निगम के अधिकारियों को खरीदने की ताकत है। हमारे पास। कुल मिलाकर विद्युत मंडल के अधिकारी गण ट्रांसफार्मर के विस्फोट के बाद होने वाले खतरनाक मौत के मंजर देखने का इंतजार कर रहे हैं। (ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क)