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*हल्दीराम एंड कंपनी शहर में हल्दी नहीं बल्कि चूना लगाने आए हैं। जी एम एसईसीआर नीनू ईटटीयरा हल्दीराम एंड कंपनी के स्टाप व्हील कैफेटेरिया पर निगरानी लगाए। उटपटांग बिलिंग से जनता बन रहे हैं मूर्ख : तपन गोस्वामी [एडिटर इन चीफ ]*

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बिलासपुर (31अक्टूबर 2024) [तपन गोस्वामी द्वारा] हल्दीराम एंड कंपनी एक ब्रांड नेम है। हल्दीराम के प्रोडक्ट को आप आंख मूंदकर विश्वास कर सकते हैं। इनके प्रोडक्ट की फिक्स एवं प्रिंट रेट पर आदमी विश्वास करता है। परंतु नागपुर जहां पर हल्दीराम एंड कंपनी का एच ओ है वहां के साथ-साथ अहमदाबाद, दिल्ली, कोलकाता, कानपुर, विशाखापट्टनम में हल्दीराम एंड कंपनी के डिब्बे बंद खाद्य पदार्थो के कीमत पर सवाल उठाए गए हैं। क्योंकि अन्य फूड प्रोडक्ट बनाने वाली कंपनी जिसकी मशीन हाई सोफिस्टिकेटेड है उनके डिब्बे बंद खाद्य पदार्थों को भी कीमत भी इतनी नहीं है। मामला स्टेट के मार्केटिंग एवं फूड डिपार्टमेंट में गया तो आम जनता की शिकायत सही पाई गई और हल्दीराम एंड कंपनी को विभिन्न शहरों से नोटिस जारी हुआ। अभी उसकी जांच चल रही है। अब मामला बिलासपुर शहर का है। जहां स्टेशन एरिया में काफी समय से यार्ड में खड़े एक एक्सीडेंटल यात्री कोच को रंग रोगन कर कैफेटेरिया का रूप देकर लंबे समय लीज पर हल्दीराम एंड कंपनी को दे दिया गया। पहले पहले तो बिलासपुर वासियों के लिए यह रोमांच का विषय था क्योंकि ऑन व्हील खाना पीना तो ठीक है परंतु स्टॉप व्हील कैफेटेरिया मजा ही मजा है। परंतु अब जनता को लगने लगा है की हल्दीराम एंड कंपनी का बिल काफी हैवी है। साधारण डिशेज सिर्फ चार आदमियों के लिए तीन हजार से ऊपर जा रहा है। रेल्वे ने हल्दीराम एंड कंपनी को बिलासपुर जनता को लूटने के लिए कैफेटेरिया खोलने की कांट्रैक्ट नहीं दिया। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि रेल्वे सहित अन्य शासकीय उपक्रमों में कार्यरत अधिकारी एवं कर्मचारी के परिवार वाले हल्दीराम कंपनी के हैवी बिल को एफर्ट कर सकते हैं। परंतु अन्य जनता एवं उनके परिवार जब स्टेशन के पास खड़े इस स्टॉप व्हील हल्दीराम कैफेटेरिया के व्यंजनों का आनंद लेना चाहते हैं परंतु उनके हैवी बिलिंग के कारण वहां जाने से कतराते हैं। एसईसीआर के जी एम नीनू मैडम को इस महत्वपूर्ण विषय पर अपने वेलफेयर डिपार्मेंट के अधिकारियों को हल्दीराम कैफेटेरिया में जांच के लिए भेजनी चाहिए जिससे फूड प्रोडक्ट के कीमत ऑन एवं साफ सफाई पर वास्तविक स्थिति स्पष्ट हो सके। (ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क)

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